पूर्व IAS गणेश शंकर ने पैराशूट नेता होने से किया इंकार…कांग्रेस में अब वह बात नहीं..भाजपा को बताया राष्ट्रवादी पार्टी..खुद को बताया ऊर्जावान

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर—ब्यूरोक्रेट्स से राजनेता बने पूर्व प्रमुख सचिव आईएएस गणेश शंकर मिश्रा ने प्रदेश सरकार के काम काज को लेकर असंतोष जाहिर किया। उन्होने बताया कि कांग्रेस में अब वह बात नहीं रही। भाजपा राष्ट्रवादी पार्टी है। यही कारण है कि कांग्रेसी होकर भी भाजपा में प्रवेश किया। उन्होने साफ इंकार किया कि वह किसी कार्यकर्ता का हक मारने पार्टी में नहीं आए है। यदि जनता की सेवा करने का अवसर मिला और पार्टी ने टिकट दिया तो चुनाव भी लडूंगा। उन्होने यह भी दुहराया कि नौकरी से ज्यादा कठिन राजनीति है। यह बातें बिलासपुर में पत्रकारों से कही। गणएश शंकर मिश्रा ने बताया कि मदकू  द्वीप सबस पवित्र स्थल है। इसे पर्यावरण तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा।

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मदकू को बनाएंगे पर्यावरण तीर्थ

                 व्यूरोक्रेट्स से भाजपाई बने प्रदेश के पूर्व प्रमुख सचिव गणेश शंकर मिश्रा बिलासपुर पहुंचे। उन्होने बताया कि भाजपा ने उन्हें पर्यावरण विभाग की जिम्मेदारी दी है। गुरूवार  को मदकू द्वीप में पर्यावरण तीर्थ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल अनुसुईया उइके शामिल होंगी। कार्यक्रम की अध्यक्षा नेता प्रतिपक्ष धर्मलाल कौशिक करेंगे। कार्यक्रम में वैदिक मंत्रोच्चारण और हवन के साथ बरगद पील और नीम के पौधों का रोपण किया जाएगा। साथ ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर विशेष कार्यक्रम भी आयोजित होगा।

प्लास्टिक से पर्यावरण को नुकसान

            गणेश शंकर मिश्रा ने बताया कि पर्यावरण को इस समय सबसे ज्यादा खतरा प्लास्टिक और उससे बने सामानों से है। जीवन में पेड़ और पानी का विशेष महत्व है। और तीसरा पी यानि प्लास्टिक से वातावरण और जीवन को खतरा है। हमें प्लास्टिक उपयोग से बचना होगा। उन्होने कहा कि राजनांदगांव के मोहरा और रायपुर के महादेव घाट को भी पर्यावरण तीर्थ के रूप में स्थापित किया गया है।

 भारत के साथ प्रदेश को करेंगे प्लास्टिक मुक्त

        गणेश शंकर मिश्रा नेर बताया कि प्लास्टिक नान बायोडीग्रेडेबल पदार्थ है। विश्व में 10 लाख पानी की प्लास्टिक बोतल का उपयोग प्रति मिनट होता है। 80 लाख टन प्लास्टिक नदियों के माध्यम से समुद्रों में पहुंच रहा है। यही गति रही तो वर्ष 2050 तक हमारे महासागरों में मछलियों की तुलना प्लास्टिक की मात्रा अधिक हो जाएगी।  वैश्विक पारिस्थितकी तंत्र पर अपरिवर्तनीय अघात होगा।छत्तीसगढ़ में भी शहरी क्षेत्रों में जो 300 टन से लेकर 500 टन का दैनिक कचरा निकलता है। उसमें 60 % से अधिक मात्रा प्लास्टिक – युक्त कचरे की होती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150 वी जयंती पर प्लास्टिक मुक्त भारत की बात कही है। हमने भी 2022 को प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ का संकल्प लिया है।

नदियों पर पर्यावरणतीर्थ की स्थापना

       छत्तीसगढ़ भाजपा के पर्यावरण विभाग प्रमुख ने बताया कि 3P यानी प्लास्टिक, पानी और पेड़ को ध्यान में रखते हुए जनमानस में पर्यावरण सुरक्षा और संवर्धन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए राज्य की विभिन्न जीवनदायिनी नदियों के तट पर “पर्यावरण तीर्थ” की स्थापना करने की कार्ययोजना बनाई गई है।

कांग्रेस में अब वह बात नहीं

                बातचीत के दौरान पूर्व आईएएस ने बताया कि अब कांग्रेस पार्टी में वह बातें नहीं रही। एक समय दिग्गज नेता श्यामा चरण विद्य़ाचरण समेत अन्य के साथ काम करने का मौका मिला। अब ऐसा कोई चेहरा कांग्रेस में नहीं है। बेशक उनका परिवार कांग्रेस पार्टी विचारधारा से रहा है। लेकिन कांग्रेस में न तो देश के लिए स्थान है। और ना ही राष्ट्रप्रेम की भावना ही है। भाजपा राष्ट्रवादी पार्टी है। और मैं इसके करीब पाता हू। इसलिए रिटायर्ट होने के बाद भाजपा में शामिल हुआ।

सरकार जनभावना के अनुरूप नहीं

                आईएएस लोग नौकरी के बाद राजनीति करने लगे है। क्या पन्द्रह साल भाजपा के साथ नौकरी के कारण भाजपा में शामिल हुए है। उन्होने कहा कि भाजपा बेस्ट पार्टी है। कांग्रेस में भी अजीत जोगी मणिशंकर अय्यर समेत कई आईएएस शामिल हुए। फिर भाजपा में क्यों ना शामिल हों। 

         वर्तमान सरकार के कामकाज को लेकर मिश्रा ने बताया कि सरकार जनभावना के अनुरूप काम नहीं कर रही है। जनता में आक्रोश भी है। मोदी इस समय देश और दुनिया के सर्वमान्य नेता है।

कार्यकर्ता का हक मारने का सवाल नहीं

            नौकरी के बाद सीधे राजनीति..क्या कार्यकर्ताओं का हक नहीं मार रहे है। लोग तो पैराशूट नेता कह रहे हैं। आपने कभी दरी भी नहीं उठाया..अब विधानसभा चुनाव भी लड़ेंगे। मिश्रा ने बताया कि हम में आज भी ऊर्जा है। देश की सेवा करने का जज्बा है। किसी का हक मारने का सवाल ही नहीं होता है। कार्यकर्ता दरी उठाते हैं..सेवा करते हैं..ऐसा कुछ नहीं है। पार्टी ने सेवा का मौका दिया है..सेवा कर रहे हैं। किसी का हक मारने का सवाल ही नहीं उठता है। इस दौरान उन्होने स्वीकार किया कि नौकरी से ज्यादा कठिन काम राजनीति करना है।

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