मांगा था बांसुरी…और मिल गयी कैंची…नगर में चर्चा…कहां चलेगी नाराज-X-विधायक की कैंची…दिया था कार्यालय के सामने धरना

BHASKAR MISHRA
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 बिलासपुर—एक दिन पहले चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह बंटवारा कर दिया है। कुछ प्रत्याशियों को मनपसंद चुनाव चिन्ह तो कुछ को मजबूरी का चुनाव चिन्ह मिला है। चुनाव चिन्हों को लेकर मतदाताओं में जमकर भी चर्चा है। कई लोग तो नामांकन दाखिल करन के साथ ही बिना चुनाव चिन्ह आवंटन के मनपसंद चुनाव चिन्ह का बैनर पौसेटर भी छपवा लिया था। लेकिन मनपसंद चुनाव चिन्ह नहीं मिलने से ऐसे लोगों को झटका लगा है। कई उम्मीदवारों को तो मनपसंद चुनाव चिन्ह के बदले ऐसा चुनाव चिन्ह मिल गया है। जिसकी चर्चा नगरवासियों में जमकर है। लोग कहने से बाच नहीं आ रहे हैं कि बांसुरी की राग लोगों के कान तक पहुंचे या नहीं पहुंचे….। लेकिन कैची की धार का राष्ट्रीय पार्टी के उम्मीदवार को सामना जरूर करना होगा। क्योंकि कैची की धार अपने या परायों को नहीं देखती है।

 बिलासपुर जिले के एक पुराने विधायक ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर पार्टी में हलचल मचा दिया। पहले तो लोगों ने कयास लगाया था कि पार्टी नेताओं के दबाव में  नामांकन वापस ले लेंगे। लेकिन सारे कयास को उस समझ झटका लगा जब जिला चुनाव कार्यालय ने बागी नेता को चुनाव चिन्ह कैंची पकड़ा दिया। अब कयास लगाने वालों में निर्दलीय प्रत्याशी के चुनाव चिन्ह को लेकर चर्चा है। लोग तो अब चटखारे लेकर कहना भी शुरू कर दिया है कि आखिर कैची चलेगी किस पर।

 जानकरी देते चलें कि पार्टी की कार्यशैली से नाराज पुराने विधायक ने नामांकन दाखिल करने के साथ ही अपने मनपसंद चुनाव चिन्ह बांसुरी का बैर पोस्टर भी बनवा लिया था। गाड़ी के चारो तरफ लगाकर घूमना फिरना भी शुरू कर दिया। उन्होने नामांकन दाखिल करते समय बांसुरी चुनाव चिन्ह मांगा। लेकिन एक दिन पहले चुनाव अधिकारी ने चुनाव चिन्ह बांसुरी देने मे ना केवल असमर्थता जाहिर किया। बल्कि यह भी बताया कि बांसुरी चुनाव चिन्ह किसी पार्टी के नाम रजिस्टर्ड है। इसलिए इसे आवंटित किया जाना संभव नहीं है।

चुनाव चिन्ह अब चर्चा का विषय बन गया है। लोगो की माने तो अच्छा होता यदि बांसुरी चुनाव चिन्ह मिल जाता। लेकिन कैंची चुनाव चिन्ह भी बहुत अच्छा है। क्योंकि नाराज निर्दलीय विधायक राष्ट्रीय पार्टी के विधायक रह चुके हैं। उन्होने पिछली बार एक विशेष नारा देकर चुनाव को विधानसभा चुनाव को प्रभावित किया था। कैंची ने किसको और कितना घायल किया है…देर सबेर पता चल ही जाएगा। लेकिन यह सब कैची के धार पर निर्भर होगा।

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