होली पर एक साथ कई तोहफ़ों की बौछार… मुख्यमंत्री की घोषणा पत्रकारों को शिक्षक के पद पर मिलेगी नॉकरी

Shri Mi
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बिलासपुर। होली मिलन समारोह के बहाने प्रदेश के पत्रकारो कर्मचारी संगी पत्रकार बनव नीति के विरोध में अपना दर्द बता दिया और शिक्षक बनाने की मांग रख दी है। त्यौहर में रंग की लगी लागी में माहौल कुछ ऐसा बना की समस्या सुनने के बाद मुख्यमंत्री बहुत भावुक हो गए आम पत्रकारों के दर्द के कई किस्से सुना दिये। संम्मेलन में बैठे कई पत्रकार अपने कई साथियों की व्यथा सुन कर बहुत भावुक होने गए।

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बगल में बैठे डॉ शुक्ला ने माहौल को बदलता देख मुख्य अधिकारी से फोन पर मंत्रणा की फिर मुख्यमंत्री से खुसर पुसर की इसके बाद मुख्यमंत्री ने होलियाना अंदाज में सम्मेलन के मंच से एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि पत्रकार संघ के अध्यक्ष राज गोस्वामी की मांग पर प्रदेश के सभी विकासखण्ड में स्कूल शिक्षा विभाग में दो पत्रकारों को तीन वर्ष के लिए विशेष अतिथि शिक्षक नियुक्ति करेगा। तीन साल बाद टेट, बीएड, डीएड जैसी आवश्यक अहर्ता पूरी करने वाले पत्रकारों का संविलियन भी भविष्य में किया जायेगा। इसके अलाव कर्मचारी संगी पत्रकार बनव योजना बंद करने पर विचार किया जाएगा । इस घोषणा के बाद पत्रकारों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।

जानकारी देते हुए सक्रिय पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राज गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश स्तर पर स्थानीय पत्रकार साथियों से सूचनाएं मिल रही थी कि बहुत से शासकीय कर्मचारी सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना करते है। खुद ही खबरे लिखते खुद ही अपने पोर्टल में प्रकाशित कर देते है। पत्रकार साथियों के पास खबरे पुरानी होकर आती है। जिसकी वजह से कई पत्रकारों को रोजना संपादक की डांट सुननी पड़ती है।

संपादक की रोजना की घुड़की की वजह से बहुत से कई पत्रकारो ने पत्रकारिता को अलविदा कह कर निजी स्कूलों में पढ़ाने का काम शुरू कर दिया है। जहाँ उन्हें तनखा भी कम मिलती है।

राज गोस्वामी ने लहर लहर में बताया कि चुनाव से पहले होली पर जो सरकारी कर्मचारी संगी पत्रकार बनव की नीति बनाई गई थी इसी का खमियाजा है कि सक्रिय पत्रकार पीड़ित होकर

पत्रकारिता को अलविदा कहते हुए कम तनख्वाह में शिक्षक के रूप में सेवा दे रहा है। वही सक्रिय शिक्षक और अन्य विभाग के कर्मचारी पीड़ित बन कर ऊंची तनख्वाह ले रहे है।

राज ने होलियाना हुड़दंगी में आरोप लगाया कि कर्मचारी संगी पत्रकार बनव नीति का पालन नहीं कर रहे है । नाम छुपाने के लिए सरकारी कर्मचारी अब पत्नियों और रिश्तेदारों के नाम से न्यूज एजेंसी, न्यूज़ पोर्टल , यूट्यूब चैनल के माध्यम से प्रदेश स्तर में एक पक्षीय खबरें परोस रहे हैं।

होलियाना सुर मिलाते हुए पत्रकार राज गोस्वामी बताते है कि कर्मचारी संगी पत्रकार बनव योजना फेल होती दिखाई दे रही है।जनसम्पर्क चाह कर भी कुछ नही कर पा रहा है। शासकीय कर्मचारीयो के रूप में पत्रकारों से कलेक्टरों और पुलिस प्रशासन को सबसे अधिक डर लग रहा है। जिसकी वजह से खलिस पत्रकारो को भाव नही मिल रहा है।

राज गोस्वामी कहते है कि संघ को जानकारी मिल रही है कि कलम की दोहरी धार में प्रदेश के 52 विभाग में स्कूल शिक्षा विभाग सबसे आगे है। इस विभाग में कई अनुभवी सेवा दे रहे है। इनकी कौन सी दुखती नस को कर्मचारीयो ने दबा कर जुगाड़ बना लिया है जिसकी वजह से वे इतने पावरफुल हो गए है। खुलेआम कर्मचारी संगी पत्रकार बनव की योजना के विपरीत पत्रकारिता कर रहे है।

राज गोस्वामी ने बताया कि प्रदेश स्तर पर स्थानीय पत्रकारो ने होली मिलन समारोह में मुख्यमंत्री की उपस्थिति में अपना यह भी दर्द बताया कि सिर्फ शिक्षा विभाग के अधिकारी शिक्षक और बाबू पत्रकारो को मिलने की खुली छूट दे रखी है। ये महानदी और इंद्रवती भवन के डीपीआई और शिक्षा सचिवों के कमरे में बिना रोक टोक के घुस जाते है। चाय काफी पीने के बाद अपने न्यूज़ पोर्टल , यूट्यूब चैनल के लिए मसाला लेकर चले जाते है। वही एक पत्रकार जब इन अधिकारियों से मिलने जाता है तो एक धंटे इंतजार करने बाद मिलता है तो उसे कोई खबर भी नही मिल पाती है। दो मिनट में चलता कर दिया जाता है। चाय पानी तो दूर की बात है।

पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष राज गोस्वामी का कहना है कि यदि पत्रकार शिक्षक बनेंगे तो अपने पत्रकार साथियों की मांग को आसानी से पूरा कर करा पाएंगे। खबरे अपने साथियों को आसनी से दे पाएंगे।प्रदेश के पत्रकार साथी सरकारी नॉकरी के साथ साथ स्वंत्रत पत्रिकारिता भी करेंगे।हर महीने निश्चित तनख्वाह मिलने से पत्रकारों का जीवन स्तर सुधरेगा भविष्य में पेंशन मिलेगा। इसलिए हम मुख्यमंत्री की पत्रकारों को शिक्षक बनाने की घोषणा का दिल से अभिनन्दन करते है।

होली आना मूड में जनसंपर्क विभाग नए रंग में रंगी पिचकारी चलाने का मन बना चुका है। कर्मचारी संगी पत्रकार बनव की नीति में गैर पंजीकृत कर्मचारियों पत्रकारो की जांच की जाएगी सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक डिजिटल मीडिया से जुड़े शिक्षक और अन्य कर्मचारी जो सरकार से अनुमति लिये बिना पत्रकारिता कर रहे है उनकी सूची बनाई जा रही है।

ऐसे प्रतिभाशाली शिक्षको व कर्मचारियों को होली का तोहाफ देते हुए उन्हें आउट ऑफ टार्न प्रमोशन देते हुए उच्च वर्ग के वेतनमान और विशेष भत्ते के साथ जनसंपर्क विभाग बड़े पैमाने में प्रतिनियुक्ति देने का मन बना लिया है। इनकी ऊर्जा का उपयोग सरकार की उपलब्धियो को बताने में किया जाएगा।

Disclaimer: ( होली का माहौल शुरू हो गया है। खबरें भी होलियाना मूड में लिखी जा रहीं हैं। हो सकता है खबरों पर भी इसका असर नज़र आए। हम इन उम्मीदों के साथ यह खबर प्रकाशित कर रहे हैं कि “बुरा ना मानो होली है” की परंपरा को ध्यान में रखकर हमारे पाठक नीर-क्षीर विवेक से इसे समझ लेंगे।)

By Shri Mi
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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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