बिलासपुर।तोरवा पुलिस ने नाबालिग छात्र को आत्महत्या के मामले में उकसाने के आरोप में गिरफ्तार शिक्षिका को न्यायालय के आदेश पर बुधवार को जेल भेज दिया है. वही साइबर पुलिस दोनों के मोबाइल के पुराने डाटा को रिकवर करने में लगी है। इससे कई अहम राज खुलने की संभावना जताई जा रही है। इसी आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। तोरवा थाना प्रभारी परिवेश तिवारी ने बताया कि क्षेत्र में रहने वाले 17 वर्षीय छात्र ने 18 मार्च की शाम अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले मृतक छात्र ने अपने दोस्तों को इंस्टाग्राम और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मैसेज भेजा था। इसमें सुसाइड का वीडियो बनाने और कोड की भाषा में सुसाइड नोट भी था। पुलिस ने मामला दर्ज कर मृतक के दोस्तों से उसके भेजे सुसाइड नोट और वीडियो जप्त कर लिए। जांच में पता चला कि शिक्षिका के द्वारा उसे प्रताड़ित किया जा रहा था।
सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने मंगलवार शाम आत्महत्या के लिए उकसाने और पोक्सो एक्ट के तहत शिक्षिका को गिरफ्तार किया था। उसे बुधवार को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट के आदेश पर शिक्षिका को जेल भेज दिया गया है। मामले की जांच चल रही है। पीड़ित ने अपने सुसाइड नोट में लिखा था कि शिक्षिका का स्कूल के ही एक शिक्षक से संबंध है। शिक्षिका अपनी मर्जी के मुताबिक उसका उपयोग करती थी , इसके बाद उसका मोबाइल ब्लॉक कर देती। इससे वह परेशान हो गया। छात्र ने शिक्षिका पर शारीरिक व मानसिक शोषण का आरोप लगाया था।