महाकवि कालिदास से मिली संस्कृत भाषा को नई ऊंचाई ..निराला ने कहा..भारत,भारतीयता का कराता है बोध

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय में कालिदास जयंती समारोह   का आयोजन गरिमामय माहौल में मनाया गया। छात्रओं ने खाद्य वस्तुओं का प्रदर्शन किया। साथ ही महाविद्यालय ने महाकवि कालिदास के भारतीय साहित्य और संस्कृति के योगदान को दिल याद भी किया। 
 
          शासकीय बिलासा कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय बिलासपुर संस्कृत विभाग ने  कालिदास जयन्ती का भव्य आयोजन किया। कार्यक्रम में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की छात्राओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया। अनाज, सब्जी एवं मसालों के संस्कृत में नाम विषय पर आयोजित प्रदर्शनी की सभी ने जमकर तारीफ की।
 
      कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिलासा कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डा. एस.एल. निराला ने कहा कि  संस्कृत विषय हमेशा से भारत भारतीयता बोध कराता है। महाकवि कालिदास की रचनाओं को संस्कृत को नई उछाई दी है। इस दौरान निराला ने कालिदास के जीवन दर्शन पर प्रकाश भी डाला।  महाकवि की रचनाओं का उल्लेख भी किया।
 
           हिंदी विभाग की डॉ. तारिणीश गौतम द्वारा ओजपूर्ण उद्बोधन दिया। संस्कृत विभागाध्यक्ष  डॉ. सीमा पाण्डेय ने विभाग में संस्कृत विषय के प्रति चेतना और अकादमिक उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होने संस्कृत को सही मायने में वैज्ञानिक भाषा बताया। साथ ही कार्यक्रम के आयोजन में छात्राओं की भूमिका को लेकर जमकर तारीफ भी की। 
 
          कार्यक्रम का संचालन अतिथि प्राध्यापक दीपक शर्मा ने किया। संस्कृत परिषद के सदस्य सुप्रिया श्रीवास ने अध्यक्ष, प्रिया कश्यप उपाध्यक्ष, सुमन लासरे और इन्दु मेहर ने सचिव पद का शपथ लिया। इसके अलावा सहसचिव पद के लिए अर्चना कौशिक और कल्याणी ने भी गरिमामय महौल में शपथ लिया।
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