नागरिक संघर्ष मंच ने फूंका रेलवे के खिलाफ बिगुल…अमित ने कहा…अब नहीं करेंगे बर्दास्त..इस तारीख को रोकेंगे रेल का पहिया…युवा कांग्रेस और दर्जनों संगठनों ने दिया समर्थन

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—- नागरिक सुरक्षा मंच संयोजक अमित तिवारी ने रेल प्रशासन के खिलाफ जंग का एलान किया है। तिवारी ने बताया कि पिछले 2 साल से रेल प्रशासन की भेदभाव की नीति से परेशान हो चुकी है। यात्री-गाड़ियों को निरस्त किया जाना और ट्रेनों की घन्टो-घन्टो लेट-लतीफ से ट्रेनों में यात्रा करने वाले लोगों के साथ अन्याय है। अमित ने कहा कि अन्याय के खिलाफ बिलासपुर की जनता 12 सितम्बर को नागरिक सुरक्षा मंच के बैनर तले रेल के पहियों को रोका जाएगा।

नागरिक संघर्ष मंच के संयोजक अमित तिवारी ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि पिछले दो साल से बिलासपुर ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश की जनता रेलवे प्रशासन की तानाशाही से तंग आ चुकी है। कोरोना काल के बाद रेलवे प्रशासन ने ऐसा नाटक दिखाया कि जनता आज तक भुगत रही है। पहले तो कई स्टापेज को हमेशा के लिए बन्द कर दिया। इसके बाद समय समय पर यात्री गाड़ी परिवहन को रोक दिया। दबाव बनते ही चालू किया गया तो ..यकायक फिर यात्री गाड़ियों के पहियों पर ब्रेक लगा दिया।

इस दौरान जनता ने नागरिक संघर्ष मंच के बैनर तले कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया। लेकिन परिणाम ढाक के तीन पात साबित हुए। यहां तक कि महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव भी किया गया। रेल प्रशासन ने चर्चा के लिये आमंत्रित भी किया। इस दौरान अधिकारियों ने अनियमितताओं को स्वीकार किया। एक माह के अन्दर समस्याओं को दूर कर रेल यात्रा को सुगम बनाने का आश्वासन दिया। लेकिन रेल प्रशासन अपनी आदतों से बाज नहीं आया है।

महा प्रबंधक कार्यालय के घेराव और वार्ता के एक महीने बाद भी रेल प्रशासन की कानों में जूँ नहीं रेंग रहा है। रेलवे को आम जन की तकलीफों से कोई सरोकार नहीं है। मंच के संयोजन ने दुहराया कि रेल आम जनता के लिए सर्वाधिक किफायती और सुविधाजनक यातायात का माध्यम है। अपनी आय बढ़ाने और चंद व्यवसायियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से माल ढुलाई को ज्यादा प्राथमिकता दिया जा रहा है। कोयला की गाड़ियों को बेखौफ दौड़ाया जा रहा है।

माल गाड़ी को क्लीयरेंस देने यात्री गाड़ियों को घंटो-घंटो एक स्थान पर रोका जा रहा है। रेल यात्रियों की परेशानियों को रेल प्रशासन ना देखने को तैयार है और ना ही सुनने के लिए। वर्तमान में बिलासपुर जोन की सैकड़ों गाड़ियाँ निरस्त कर दिया गया है। जो चल रही है कब स्टेशन पहुंचेगी यात्रियों को पता भी नहीं होता है। लोकल गाड़ियाँ भी निरस्त हैं। जिसके चलते स्थानीय और  छोटे-छोटे स्टेशनों से यात्रा करने वाले लोग भारी परेशानियों से जूझ रहे हैं।

अमित ने कहा कि रक्षाबंधन जैसे महत्वपूर्ण त्यौहार में लोकर गाड़ियाँ स्थगित होने के कारण बहनें अपने भाई को राखी तक नहीं बांध पायी। अब छत्तीसगढ़ की जनता रेलवे की नौकरशाही रवैये को बर्दाश्त नहीं करेगी। आम जनता की परेशानियों को देखते हुए नागरिक सुरक्षा मंच और जिला युवक कांग्रेस ने फैसला किया है कि रेल प्रशासन के तुगलकी निर्णय का हर मोर्चे पर विरोध किया जाएगा। 12 सितम्बर 2023 को दोपहर  12.00 बजे रेल रोको आन्दोलन किया जाएगा।

आन्दोलन को सामाजिक , राजनीतिक संगठनों के अलावा, व्यापारी, छात्र संगठन समेत  बिलासपुर, कोरबा, चाँपा-जांजगीर, अकलतरा, सक्ती, खरसिया, बिल्हा सहित रेल रूट के आने वाले सभी रेल्वे स्टेशनों के नागरिकों का समर्थन होगा। 12 सितम्बर को मंगलवार को दोपहर 12 बजे उस्लापुर रेलवे स्टेशन के निकट ट्रेन को रोका जाएगा। इसके बाद भी यदि रेल प्रशासन के रवैये में सुधार नहीं आया तो एक साथ 12 स्टेशनों पर रेल रोको आन्दोलन किया जाएगा।

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