सफाई कर्मियों की अम्बिकापुर-रायपुर दांडी यात्रा..देर शाम बिलासपुर पहुंचे यात्री..नेताओं ने कहा..सीएम आवास का करेंगे घेराव..याद दिलाएंगे वादा..

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर— छत्तीसगढ़ अंशकालीन स्कूल सफाई कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले सफाई कर्मचारियों की दांडी रैली देर शाम बिलासपुर पहुंची। नेहरू चौक पहुंचकर रैली में शा्मिल सभी लोगों ने कुछ देर विश्राम किया। इसके बाद टीम रायपुर के लिए रवाना हो गयी। स्कूल सफाई कर्मचारी नेताओं ने बताया कि शोषण की भी हद होती है। यह तो हम जानते ही है। लेकिन वादा खिलाफी भी होती है। इसकी जानकारी कांग्रेस सरकार बनने के बाद हुई। सरकार बने दो साल पूरे हो चुके हैं। लेकिन जन घोषणा पत्र में स्कूल सफाई कर्मचारियों को पूर्णकालिक किए जाने का वादा आज तक पूरा नहीं किया गया है।

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                    दो दिन पहले अम्बिकापुर से रवाना हुई अंशकालिक स्कूल सफाई कर्मचारियों की टीम महात्मा गाधी की दाण्डी मार्च की तर्ज रायपुर के लिए पैदल रवाना हुई। सोमवार को देर शाम सफाई कर्मचारियों की दाण्डी मार्च की टीम बिलासपुर पहुंची। टीम ने कुछ देर आराप किया। इसके बाद रात को ही रायपुर के लिए रवाना हो गयी।

                 दाण्डी मार्च में शामिल सफाई कर्मचारियों के नेता राजेन्द्र साहू ने बताया कि हमें बचपन से ही शोषण होने की जानकारी है। लेकिन वादाखिलाफी की जानकारी कांग्रेस सरकार बनने के बाद हुई। जनघोषणा पत्र में वादा किए जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार ने सफाई कर्मचारियों को  पूर्णकालिक नहीं किया है। जिसके चलते हजारों सफाई कर्मचारियों में आक्रोश है।

              राजेन्द्र साहू ने बताया कि छत्तीसगढ में शहर से लेकर गांव के स्कूलों तक साफ सफाई व्यवस्था समेत अन्य कई  प्रकार की कामकाज की जिम्मेदारी स्कूल सफाई कर्मचारियों के कंधों पर है। सफाई कर्मचारियों को स्कूलों में मानदेय पर साल 2007-08 और साल 2011 में किया गया है। प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में इस समय कुल 42797 स्कूल सफाई कर्मचारी काम कर रहे हैं। कर्मचारियों को कमरतोड़ मेहनत के बाद महीने में दो हजार रूपए दिया जाता है। समझने वाली बात है कि इस महंगाई में 2000 रूपए में परिवार चलना कितना मुश्किल है।

                  जबकि सफाई कर्मचारी ना केवल स्कूल की साफ सफाई करते हैं। बल्कि स्कूल से मिले अन्य कार्यों को भी करते हैं। चुनाव के समय हमें कांग्रेस नेताओं ने आश्वासन दिया था कि प्रदेश के सभी सफाई कर्मचारियों को पूर्णकालिक कर्मचारी का दर्जा दिया जाएगा। मामले में हमने कई बार शासन प्रशासन को आवेदन दिया और निवेदन भी किया। बावजूद इसके हमारी पीड़ा और आवाज को दरकिनार कर दिया गया।

               इसलिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रोंक े स्कूलों से सफाई कर्मचारी रायपुर दाण्डी मार्च में निकले है। एक दिन बाद सभी लोग रायपुर में सीएम आवास का घेराव कर अपनी मांग को पेश करेंगे। सीएम को बताएंगे की 2000 रूपए में परिवार चलाना ना्मुमकिन है। उन्हें सरकार बनाने से पहले जनघोषणा पत्र में किए गएए वादा का भी याद दिलाएंगे। यदि सरकार ने मांग को गंभीरता से नहीं लिया तो आमरण अनशन भी करेंगे।

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