समग्र ब्राम्हण समाज ने FIR वापस लेने..बनाया दबाव..कलेक्टर कार्यालय को घेरा…सौरभ कुमार ने दिया भरोसा…नहीं होगा अन्याय..दो दिन का मांगा समय

Editor
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बिलासपुर– समग्र ब्राम्हण समाज ने एकजुटता दिखाते हुए कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। घेराव में सभी राजनीतिक दल और समाज के लोगों ने शिरकत किया। कलेक्टर से मुलाकात के दौरान समाज के वरिष्ठ लोगों ने लिखित शिकायत कर रतनपुर में विधवा महिला के खिलाफ साजिश को बेपर्दा किया। समाज प्रमुखों ने बताया कि रतनपुर की जल्दबाजी को आसानी से समझा जा सकता है। ऐसा उदाहरण आज से पहले कभी भी देखने को नहीं मिला। जेल में बन्द रेप के आरोपी भतीजा को बचाने भाजपा पार्षद का षडयंत्र बेनकाब हो चुका है। यदि महिला को न्याय नहीं मिला तो समाज के सामने सिर्फ उग्र आंदोलन ही एक रास्ता होगा। इस दौरान समाज के लोगों ने घटनाक्रम के लिए पुलिस कप्तान को भी जिम्मेदार बताया। ब्राम्हण समाज के प्रतिनिधिमण्डल ने दुहराया कि थानेदार को बर्खास्त कर झूठे आरोप लगाने वालों को तत्काल जेल दाखिल कराया जाए। महिला पर दर्ज एफआईआर वापस लिया जाए।

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सैकडों की संख्या में समग्र ब्राम्हण समाज के लोग कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर घेराव किया। इस दौरान समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की। समाज का बहुत बड़ा प्रतिनिधिमण्डल कलेक्टर से मिलकर विधवा महिला को न्याय दिलाने को कहा। साथ ही थानेदार को बर्खास्त कर न्यायिक जांच करने का निवेदन किया। कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि महिला को न्याय मिलेगा। पुलिस कप्तान को भी निर्देश दिया गया है। मामले में हम जांच करेंगे। इसके बाद उचित कदम भी उठाएँगे। 

जानकारी देतें चलें कि रतनपुर निवासी पीड़ित विधवा महिला की पुत्री के साथ बलात्कार किया गया। आरोपी आफताब को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गहया। इसके बाद  महिला पर दबाव बनाने भाजपा पार्षद और आरोपी का पिता ने भरसक प्रयास किया। साथ ही पीड़ित महिला को केस वापस नहीं लिए जाने की सूरत में जान से मारने की धमकी के अलावा झूठे केस में फंसाने की बात आरोपियों ने कही।इस दौरान महिला को लालच भी दिया गया।

बात नहीं बनने की सूरत में बेसहारा महिला के खिलाफ आरोपियों ने एक नाबालिग को हथियार बनाया। महिला की तरफ से किसी प्रकार का अपराध नहीं किए जाने के बाद भी पास्को एक्ट के तहत झूठा अपराध दर्ज कराया गया। अपराध दर्ज किए जाते समय सामान्य सी बात को पुलिस ने समझने ना तो प्रयास किया और ना ही मामले में जांच पड़ताल ही किया। आरोपी पक्ष से लेन देन कर पुलिस ने महिला को देर रात्रि बिना देरी किए गिरफ्तार कर जेल दाखिल कराया गया। 

सुशान्त शुक्ला, अरविन्द दीक्षित, चीक वाजपेयी, महर्षि गौताम समेत शहर के गणमान्य ब्राम्हण समाज के लोगों ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस और आरोपियों के बीच गहरा गठबंधन है। क्योंकि आरोपियों ने शनिवार की शाम महिला को रेप पीड़िता बेटी के मामले में चर्चा को लेकर अपने बुलाया। और षड़यंत्र के साथ महिला का फोन छीना गया। ताकि वह पुलिस समेत किसी और को सूचना ना दे सके। और इसके बाद शाम पांच बजे बिलासपुर पास्को एक्ट के तहत महिला के खिलाफ अपराध दर्ज कराया गया। 

 पूरे घटनाक्रम से अवगत होने के बाद कलेक्टर सौरभ कुमार ने बताया कि मामले की एक दिन पहले जानकारी मिली है। हमने पूरे प्रकरण को गंभीरता से लिया है। न्यायिक जांच कराएंगे। प्रशासन महिला के साथ अन्याय नहीं होने देगा। कलेक्टर ने दो दिन का समय मांगा।

पत्रकारों को ब्राह्मण समाज के लोगों ने कहा कि हम दो दिन इंतजार करेंगे। हमने कलेक्टर से महिला के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप और धाराओं को वापस लेते हुए जेल से छोड़ने को कहा है। दो दिन इंतजार के बाद हमें क्या करना है..इस बात की जानकारी प्रशासन को भी है…और समाज को भी।

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