डीआरएम को सुरक्षा मंच का अल्टीमेटम….छोटे स्टेशनों को तत्काल करें बहाल..अन्यथा किया जाएगा रेल रोको उग्र आन्दोलन

BHASKAR MISHRA
3 Min Read
 बिलासपुर— नागरिक सुरक्षा मंच का प्रतिनिधिमंडल सयोजक अमित तिवारी की अगुवाई में सोमवार को एक बार फिर सोमवार को  मण्डल रेल प्रबन्धक प्रबंधक रिमाइन्ड पत्र दिया है। मंच के संयोजक अमित तिवारी ने कहा कि टोटे स्टेशनों में लोकल काड़ियों का ठहराय पूर्ववत किया जाए। जनता रेलवे के रवैया से तंग आ चुकी है। गरीबों का जीना मुश्किल हो गया गया है। स्थिति यहां तक पहुंच गयी है कि अब बिलासपुर की जनता उग्र आंदोल न के लिए कमर कसकर तैयार है।
अमित तिवारी की अगुवाई में नागरिक सुरक्षा मंच का प्रतिनिधिमंडल मण्डल रेल प्रबंधक से मुलाकात कर बिलासपुर वासियों की मांग को सामने रखा। अमित तिवारी ने कहा कि छोटे रेलवे स्टेशनों में लोकल गाड़ियों की ठहराव को बहाल किया जाए। यात्री गाड़ियों के संचालन को व्यवस्थित करते हुए गरीब लोगों की परेशानियों को दूर किया जाए। लिखित शिकायत में नागरिक सुरक्षा मंच के प्रतिनिधिनमंडल ने बताया कि जनता की मांग पूरी नहीं होने पर उग्र रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। 
नागरिक सुरक्षा मंच के संयोजक अमित तिवारी ने पत्रकारों को बताया कि डीआरएम से मुलाक़ात कर यात्री गाड़ियों के संचालन को व्यवस्थित करने को कहा गया है। ट्रेनों की लेट लतीफ़ी पर अंकुश लगाए जाने को लेकर भी बातचीत हुई है। लोकल ट्रेनों को छोटे स्टेशनों में ठहराव शीघ्र शुरू किए जाने पर जोर दिया गया है।
अमित ने बताया कि कोविड काल में छोटे स्टेशनों में लोकल यात्री गाड़ियों का ठहराव बंद कर दिया गया था। कमोबेश आज भी वही स्थित है। छोटे स्टेशनों पर गाड़ियों के ठहराव को लेकर रेलवे प्रशासन ने पूरी तरह से रोक लगा दिया है। जिसके चलते गांव गरीब और आसपास के लोगों को भारी परेशानियाँ का सामना करना पड़ रहा है।
अमित ने जानकारी दिया कि डीआरएम को संज्ञान में लाया गया है कि पोर्टर खोली से कटनी प्लेटफ़ार्म तक निर्माणाधीन फूट ओव्हर ब्रिज का निर्माण वर्षों बाद भी अधूरा है। इसे जल्द से जल्द पूरा किए जाने की मांग हमने की है। रेल प्रशासन पर दबाव डाला गया है कि सभी  समस्याओं का समाधान एक माह के भीतर किया जाए। यदि महीने के अन्दर समस्याओं को दूर नहीं किया जाता है तो हम उग्र रेल रोको आंदोलन के लिए मजबूर हैं। किसी प्रकार की परेशानियों के लिए रेल प्रबंधन जिम्मेदार होगा। 
प्रतिनिधिमंडल में अमित तिवारी के अलावा डॉ विकास अग्रवाल , पिनाल उपवेज़ा , देवेन्द्र मिश्रा , दिलीप पाटिल , सोनू गौरहा, शेखर यादव समेत मंच के जिम्मेदार लोग मौजूद थे।
close