तखतपुर( टेकचंद कारड़ा ) सात साल पहले गुम हुए बालक को तखतपुर पुलिस ने बरामद कर लिया है। वह बालक़ अपनी पहच़ान छिपाक़र कोंडागाँव में एक वेल्डिंग दुकान में क़ाम कर रहा था।
प्रार्थिया निवासी गुप्ता मोहल्ला तखतपुर ने 6. ज़ुलाई 2014 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह किराए के मकान में गुप्ता मोहल्ला में रहती थी । जहां उसके साथ उसका पोता उम्र 10 वर्ष भी रहता था । जो घर से बिना बताए कहीं चला गया था । प्रार्थिया के रिपोर्ट पर थाना तखतपुर में धारा 363 भादवि के अन्तर्गत अपराध पंजीबद्व कर गुम बालक की पतासाजी क़ी ज़ी रही थी ।
गुम बालक का हरसंभव पतासाजी हेतु सरहदी जिला एवं थाना में व क्षेत्र में इस्तहार जारी किया था । प्रोत्साहन हेतु ईनाम उदघोषण भी किया गया था तथा मीडिया के माध्यम से प्रसारण हेतु दुरदर्शन चैलन पर इस्तहार जारी कराया गया था । किन्तु गुम बालक का कोई पता नहीं चला ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा गुमबालक/बालिकाओं की पतासाजी हेतु ऑपरेसन मुस्कान नामक अभियान चलाया जा रहा है । इसके तहत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, एसडीओपी कोटा के मार्ग दर्शन पर थाना प्रभारी निरीक्षक मोहन भारद्वाज द्वारा टीम गठित कर थाना के सबसे पुराना मामला के गुम बालक का पतासाजी किया जा रहा था । बालक के परिजन का कोई पता नहीं चल पा रहा था ।
जब बालक के नाना नानी के संबंध में पतातलाश किए तो ख़बर मिली कि उनक़ी भ़ी मौत हो गई है। जिससे बालक की तलाश करने मे काफी परेशानी हो रही थी । लगातार पतासाजी के दौरान गुम बालक का जिला कोण्डागांव में होना पता चलने पर तखतपुर पुलिस टीम द्वारा लोहरापारा कोण्डागांव जाकर बालक की पतासाजी की गई । जहां बालक अपना पहचान छिपाकर तथा नाम बदलकर एक वेल्डींग दुकान मे काम कर रहा था । जिसे पूछने पर अपने संबंध में बताया तथा परिजन के संबंध में पूछताछ करने पर पूर्व में तखतपुर में रहना बताया । जो उक्त गुम बालक होना पाया गया। बरामदगी कर थाना तखतपुर लाकर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।
कार्यवाही में निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उपनिरीक्षक सुमेन्द्र खरे, प्रधान आरक्षक विरेन्द्र नेताम आरक्षक पंकज यादव, तरूण केशरवानी की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।