दलाल को खुली सड़क पर दौड़ा-दौड़ा कर पीटा…फिर पुलिस के हवाले किया…भीड़ ने बताया…जमीन माफिया ने किया 15 करोड़ का खेल

Editor
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बिलासपुर—दोपहर करीब ढाई से तीन बजे के बीच रजिस्ट्री और कलेक्टर कार्यालय के बीच मारो मारो की आवाज सुनकर लोगों का हुजुम उमड़ गया। एक युवक को व्यक्ति झुण्ड को जहां मौका मिला वहां मारा। मार मार मुंह फूला दिया। चेहरा लहुलुहान कर दिया। झुण्ड ने युवक को घसीटते हुए कलेक्टर कार्यालय के सामने सिटी कोतवाली पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी के हवाले किया। मौके पर मौजूद थानेदार प्रदीप आर्य ने बिना देरी किए युवक  को अपने कब्जे में लिया। बताया कि इस सिविल लाइन पुलिस के हवाले किया जाएगा। इस बात से इस दौरान इंकार नहीं किया जा सकता कि यदि मार खाने वाले युवक के अलावा दूसरे युवक को पुलिस अपने कब्जे में नहीं लेती तो शायद भीड़ मार मार कर मार डालती। 

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दोपहर करीब ढाई से तीन बजे के बीच रजिस्ट्री कार्यालय के सामने से 15-20 आदमिययों की भीड़ एक युवक घसीटते और मारते हुए कलेक्टर कार्यालय की तरफ ला रही थी। कलेक्टर कार्यालय के सामने भीड़ को देखते ही मौके पर मौजूद सिटी कोतवाली थानेदार और पुलिस पहुंच गयी। मार खाने वाले को अपने कब्जे में लिया। मारने वालों ने बताया कि इसका नाम संतोष …और दूसरे का नाम संदीप जायसवाल है। 

मामला कुछ इस तरह का है….पीड़ितो ने बताया कि मार खाने वाले का नाम संतोष और संदीप जायसवाल  है। दोनो तीन भाई हैं। तीनों मिलकर जमीन दलाली का काम करते हैं। तीनों ने मिलकर सैकड़ों लोगों को दूसरे की जमीन पर फर्जी रजिस्ट्री या फिर इकरारनाम किया। किसी से हजारों तो  किसी से लाखों रूपया लिया। दुसरे की जमीन को अपना बनाकर बेचा। इसके साथ ही आज कल करते करते किसी का भी रजिस्ट्री नही किया। 

सिरगिट्टी, राजेन्द्र नगर और मोपका निवासी नाराज पीड़ितों ने बताया कि आरोपी संतोष और संदीप अपने तीसरे भाई के साथ रजिस्ट्री कार्यालय किसी से एग्रीमेटन्ट का 9 लाख रूपये लेने आए थे। इसी बीच अलग अलग जगह से पहुंचे पीड़ितों ने घेरकर रूपया लौटाने को कहा। लेकिन आरोपी ने गाली गलौच करने के साथ ना तो जमीन देने और ना ही रूपया लौटाने की बात कही।

इससे नाराज होकर सभी ने आरोपी पर आक्रोश जारिर किया। और पुलिस के हवाले कर दिया है। भीड़ में शामिल सचिन और रवि ने बताया कि आरोपियों का सरकन्डा और मोपका में दो कार्यालय है। तीनो भाई वास्तुभूमि के नाम से जमीन की खरीदी बिक्री करते हैं। आज तक सैकडों लोगों से करीब 10 से 15 करोड़ रूपये वसूल कर चुके हैं। लेकिन किसी को भी जमीन नहीं दिया है। सिर्फ इकरारनामा कर घूमा रहा था।

बहरहाल पुलिस तीनों आरोपियों को कब्जे में लिया है। प्रदीप आर्य ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ शिकायत के बाद रिपोर्ट दर्ज किया जाएगा।

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