रामानुजगंज(पृथ्वीलाल केशरी)–नगर पंचायत क्षेत्र रामानुजगंज में पानी सप्लाई को लेकर नगर पंचायत के कर्मचारी सहायक राजस्व निरीक्षक के द्वारा लोकल व्हाट्सएप ग्रुप में यह संदेश डाला गया है कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने के कारण आज शाम को जलप्रदाय नहीं हो सकेगा।
ग्रुप में मैसेज डालने के बाद ही नगर वासियों में पानी को लेकर बेचैनी हो गई इस भीषण गर्मी में किसी प्रकार से जीवन यापन करने के लिए पानी की जद्दोजहद में लोग आस लगाए बैठे हैं लेकिन जिनके भरोसे नगर की पानी सप्लाई की व्यवस्था है उन्हीं के द्वारा सप्लाई नहीं देने की बात कही जा रही है। जिसके कारण नगर वासियों में आक्रोश है और नगर के चौक चौराहों पर अपना भड़ास निकालते हुए दिखाई पड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि विद्युत विभाग के द्वारा बरसात पूर्व उनको मेंटेनेंस करना होता है जिसके कारण विद्युत सप्लाई बंद की जाती है नियत समय से लेकर कार्य करने उपरांत बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाती है। इसके लिए विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता के द्वारा 12 मई को ही विद्युत बंद रखने की साप्ताहिक सूचना का अखबार में प्रकाशित विज्ञापन के कटिंग को लोकल व्हाट्सएप ग्रुप में डाल भी दिया गया था। अब सवाल यह उठता है कि नगर पंचायत के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की दायित्व किस ओर बनती थी यह एक बड़ा सवाल है।
सत्ता के गलियारों से यह खबर निकल कर सामने आ रही है कि चुनावी साल में नगर पंचायत के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा कांग्रेस सरकार के मुखिया भूपेश बघेल को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। यदि पानी सप्लाई नहीं होता है तो सत्तासीन सरकार को ही दोषी माना जाता है और इसके लिए अधिकारी कर्मचारी ही जिम्मेदार होते हैं इस बात को लेकर आज पूरे नगर में चर्चा का विषय बना रहा।
रामानुजगंज वाशियो को चंद लीटर डीजल के लिए पानी की सप्लाई नहीं की गई। प्रत्येक महीने खरीदारी की जाने वाली नगर पंचायत की सूची को खंगाला जाए तो कई ऐसे नजायज खर्च मिल जाएंगे जिसका आप कल्पना भी नहीं कर सकते। इसके बावजूद भी इस भीषण गर्मी में नगर वासियों को बूंद बूंद पानी के लिए तरसाना यह उचित नहीं प्रतीत होता है। नगर पंचायत के कार्य प्रणाली से शासन और प्रशासन की विभिन्न किरकिरी हो रही है।