हमने बनाया..हमने ही हटाया…बोले कर्मचारी नेता साहू…चुनाव के समय किए वादों को छत्तीसगढ़ सरकार जल्द से जल्द निभाए

BHASKAR MISHRA
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..रायपुर/ बिलासपुर–व्याख्याता और सभी शिक्षक संगठनों ने एक बार फिर एकजुट होकर नई सरकार से केन्द्र के समान डीए की मांग को दुहराया है। शिक्षक संघ नेता लालबहादुर साहू ने बताया कि पिछली सरकार ने शिक्षकों और कर्मचारियों की मांग को नजरअंदाज किया। जिसका खामियाजा भी सरकार को भुगतना पड़ा है। हमें विश्वास ही नहीं बल्कि भरोसा है कि नई सरकार शिक्षकों और कर्मचारियों की मांग को गंभीरता से लेगी। क्योंकि कर्मचारियों और शिक्षकों ने ना केवल अपना वादा निभाया। बल्कि एकतरफा मतदान कर पुरानी सरकार को सबक भी सिखाया है।

व्याख्याता एलबी, और समस्त संगठन चीफ छत्तीसगढ़ महंगाई भत्ता संघर्ष मोर्चा प्रतिनिधियों ने एक बार फिर डीए की मांग समेत महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया है। संभाग उपाध्यक्ष छत्तीसगढ़ शिक्षक कांग्रेस लालबहादुर साहू ने बताया कि कर्मचारियों और शिक्षकों के दम पर 15 साल बाद कांग्रेस की बनी। लेकिन सरकार की बेरूखी के चलते पांच साल में ही 11 लाख कर्मचारियों ने कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर दिया।

लालबहादुर साहू ने बताया कि कांग्रेस सरकार में कर्मचारियों को वह सब कुछ देखना और सहना पड़ा। जिसकी किसी को उम्मीद नही थी। एक दिवसीय आंदोलन के दौरान सरकार ने कड़ा रूख अपनाया। आंदोलन पर गए कर्मचारियों का ना केवल वेतन रोका गया। बल्कि एस्मा भी लगाया गया। आंदोलन को बुरी तरह से कुचला भी गया। और फिर सरकार के खिलाफ कर्मचारियों को कोर्ट तक जाना पड़ा। इसके बाद कर्मचारियों ने वह सब किया जो किसी सरकार को हटाने के लिए करना होता है।

लालबदाहुर साहू ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में यह जाहिर हो ही गया कि सरकार बनाने और हटाने में कर्मचारियों का अहम् योगदान होता है। चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी को रिकार्ड तोड़ डाकमत मिले। जाहिर सी बात है कि कर्मचारियों ने कांग्रेस के खिलाफ भाजपा को चुना।

शिक्षक नेता ने कहा कि हमारी सरकार से मांग है कि चुनाव के समय कर्मचारियों से किए गए वादों को सरकार निभाए। कर्मचारियों को केन्द्र के समान डीए देने का वादा पुरा करे। पदोन्नति , क्रमोन्नति , विसंगति पूर्ण सेटअप संशोधन, वेतन विसंगति जैसे मांगों का जल्द से जल्द निराकरण करे।

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