ग्लोबल मैसेजिंग प्लेटफॉर्म व्हाट्सऐप ने 1 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच कंपनी की यूसेज पॉलिसियों का उल्लंधन करने के लिए 16.66 लाख भारतीय एकाउंट्स को बैन किया है। बुधवार को कंपनी की ओर से जारी मासिक रिपोर्ट में कहा गया था कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच अलग-अलग समस्यों से जुड़ी 844 रिपोर्ट मिली थी, जिसमें बैन अपील से जुड़ी शिकायतें शामिल थी। इनमें से 123 रिपोर्ट्स पर कार्यवाही करते हुए कंपनी ने एक्शन लिया है।कंपनी ने बताया कि 1 अप्रैल से 30 अप्रैल के दौरान व्हाट्सऐप को बैन अपील से जुड़ी हुई 670 अकाउंट से शिकायतें मिली थी, जिसमें से 122 व्हाट्सऐप अकाउंट पर लगे प्रतिबंध को हटाने को लेकर थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाट्सऐप ने यूजर्स की शिकायतों की दूर करने के लिए शिकायत निवारण प्रक्रिया की शुरुआत की है इसके साथ ही यूजर्स को किसी भी खतरे के बचाने के लिए और प्लेटफॉर्म आपत्तिजनक भाषा का उपयोग रोकने के लिए तीन स्तरीय प्रक्रिया को लागू किया है।बता दें, आईटी नियमों 2021 का अनुपालन करने के लिए सभी सोशल मीडिया कंपनियों को एक मासिक रिपोर्ट जारी करनी होती है। इसमें सोशल मीडिया कंपनियों को बताना होगा कि प्लेटफॉर्म के दुरूपयोग रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं और अगर किसी यूजर पर बैन लगाया गया तो क्यों लगाया है इसकी पूरी जानकारी देनी होगी।
वहीं इस रिपोर्ट पर व्हाट्सऐप के प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि व्हाट्सऐप अपने प्लेटफॉर्म पर एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग सर्विस में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल रोकने एक इंडस्ट्री लीडर है। कंपनी ने पिछले कई सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और दूसरी स्टेट ऑफ आर्ट टेक्नोलॉजी, डेटा साइंटिस्ट और एक्सपर्ट, प्रॉसेस में लगातार निवेश किया है, जिससे हम अपने प्लेटफॉर्म को सुरक्षित रख सकें।
क्यों बैन लगाया? व्हाट्सऐप ने यह बैन यूजर्स की ओर से कंपनी की यूजर पॉलिसी का उल्लंधन करने के लिए लगाया है। इसमें से कुछ एकाउंट्स को फेक न्यूज शेयर करने के लिए बैन किया गया है जबकि कुछ यूजर्स को बिना वेरिफाई किए हुए यूंही व्हाट्सऐप मैसेज शेयर करने के लिए ब्लॉक किया है।