Omicron: भारत समेत दक्षिण एशियाई देशों को WHO ने कोरोना के नए वेरिएंट से किया अलर्ट

Shri Mi
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Corona New Variant: कई देशों की परेशानी बन चुके कोरोना (Covid-19) के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से सतर्क रहने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने अलर्ट जारी किया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि है कि भारत समेत दक्षिण एशियाई देशों को निगरानी बढ़ाने की जरूरत है. स्वास्थ्य उपाय को चुस्त रखना होगा. टीकाकरण का दायरा भी बढ़ाना होगा. दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेतरपाल ने कहा कि इस क्षेत्र के कई देशों में यूं तो कोरोना के मामले घटे हैं, लेकिन कई देशों में कोविड मामलों का इजाफा और नए ओमिक्रॉन वेरिएंट का सामने आना बताता है कि खतरा अभी बरकरार है. किसी भी कीमत पर हम सजगता कम करने का जोखिम नहीं उठा सकते. 

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डब्ल्यूएचओ की यह चेतावनी भारत जैसे घनी आबादी वाले देश के लिए और भी अहमियत रखती है. कुछ महीने पहले ही कोविड-19 की गंभीर स्थिति यहां देखी गई थी. व्यापक टीकाकरण के बावजूद अभी तक भारत की आधी आबादी भी कोरोना-रोधी टीकों के दो डोज हासिल नहीं कर पाई है. भारत में कोविड-19 टीके के दोनों डोज ले चुके लोगों की सख्या अभी 43 करोड़ 15 लाख के करीब है.  

WHO ने और क्या कहा

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय आवाजाही और विभिन्न वेरिएंट के फैलाव और क्षमताओं पर नजर रखते हुए इंतजाम करना चाहिए.  डॉ. खेतरपाल के मुताबिक कोविड-19 वायरस को फैलने का जितना मौका मिलेगा, उतनी ही अधिक इस बात की गुंजाइश होगी कि यह वायरस म्यूटेट हो और इसके नए वेरिएंट सामने आएं

बता दें कि दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया की अभी केवल 31 फीसदी आबादी ही पूरी तरह से टीका हासिल कर पाई है. वहीं 48 प्रतिशत या 100 करोड़ लोग अब भी ऐसे हैं जिनको कोरोना-रोधी टीका नहीं मिल पाया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी चेतावनी में कहा कि टीका हासिल कर चुके लोगों को भी पूरा एहतियात बरतने की जरूरत है. क्योंकि ऐसे लोग अन्य लोगों तक संक्रमण फैलाने के वाहक बन सकते हैं. भारत में अब तक 121 करोड़ लोग टीकाकरण के दायरे में आ चुके हैं. हालांकि अभी भारत की आधी आबादी भी कोरोना रोधी टीके के दो डोज हासिल नहीं कर पाई है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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