Women Wrestlers/साक्षी मलिक और विनेश फोगट सहित देश के शीर्ष पहलवान पिछले 22 दिनों से जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कभी देश के लिए मेडल लाने वाले ये खिलाड़ी महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
इसी क्रम में महिला पहलवानों ने केंद्रीय महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी को एक पत्र लिखा है। पत्र में महिला पहलवानों ने लिखा है कि आप सत्तारुढ़ पार्टी की महिला सांसद हैं इसलिए हमे आपसे बहुत उम्मीद है।
पत्र में महिला पहलवानों ने लिखा, “भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ने हम महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया है। उनकी लंबी अध्यक्षता में महिला पहलवानों के साथ ये कई बार हुआ है।Women Wrestlers
महिला पहलवानों ने जब आवाज उठाने की कोशिश की, तब उनका का करियर ही बर्बाद कर दिया गया। इंसाफ के बारे में तो भूल ही जाइए। अब पानी सिर से ऊपर चढ़ गया है।
अब हमारे पास महिला पहलवानों की इज्जत के लिए लड़ने को छोड़कर और कोई रास्ता नहीं बचा है। हम खेल और अपनी जिंदगी छोड़कर अपनी इज्जत के लिए लड़ रहे हैं।
हम पिछले 20 दिन से जंतर मंतर पर अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हमने देखा कि उस आदमी की पावर ने प्रशासन की कमर तोड़ दी। साथ ही इसने हमारी सरकार को अंधा-बहरा बना दिया।
Women Wrestlers/आप सत्तारुढ़ पार्टी की महिला सांसद हैं। हमे आपसे बहुत उम्मीद है। हम आपसे मदद मांग रहे हैं। कृपया हमारी न्याय की लड़ाई में हमारी आवाज बनें और हमारी इज्जत बचाएं। हम उम्मीद करते हैं आप थोड़ा वक्त निकालकर जंतर मंतर आएंगी और हमें आगे का रास्ता दिखाएंगी।”
बता दें कि भारतीय कुश्ती महासंघ की सभी गतिविधियों की जिम्मेदारी भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने ले ली है। प्रदर्शनकारी पहलवानों ने इसे ब्ल्यूएफआई के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अपनी लड़ाई का पहला कदम बताया।
विनेश फोगट ने अफसोस जताया कि सत्तारूढ़ दल के एक भी सांसद ने महिलाओं के सम्मान के लिए हमारी लड़ाई में समर्थन देने के लिए पहलवानों से मुलाकात नहीं की।
उन्होंने कहा कि सोमवार से पहलवान सत्ता पक्ष की सभी महिला सांसदों को हाथ से या ई-मेल के जरिए पत्र देंगे कि वे आएं और उनका समर्थन करें। उन्होंने कहा, “जब वे देश में महिलाओं की सुरक्षा की बात करते हैं तो हम भी उनकी बेटियां हैं और उन्हें सामने आकर हमारा समर्थन करना चाहिए।”