बिलासपुर—पन्द्रह साल बाद प्रदेश का कोई छत्तीसगढि़या मुख्यमंत्री बना…। मुखिया बनने से पहले भूपेश ने जो कहा..उसे कर दिखाया…। विकास की इतनी बड़ी लकीर खींच दिया…कि अब विपक्षी हतप्रभ और देश के कमोबेश सभी राज्यों में यदि विकास की चर्चा होती है तो सबसे पहला नाम छत्तीसगढ़ मॉडल का सामने आता है। यह बातें मस्तुरी क्षेत्र के युवा कांग्रेस नेता जयंत मनहर ने कही।
मस्तरी क्षेत्र में आयोजित चार साल भूपेश सरकार…कार्यक्रम में शिरकत कर मनहर ने कहा कि भूपेश सरकार के चार साल पूरे हो गए है। लोग अक्सर कहा करते हैं कि समग्र विकास के लिए पांच साल बहुत कम होता है। नेता बड़े बड़े वादे तो करते हैं..लेकिन वादों को जमीन पर उतारने में दशकों लग जाते हैं। लेकिन देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि साल 2018 में बनी भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार ने सारे कयासों और अफवाहों को झूठा साबित किया है। मात्र एक साल के भीतर जनघोषणा पत्र में किए गए 36 वादों में से मुख्यंत्री दो तिहाई से अधिक वादों को एक साल में पूरा कर दिखाया है। जो अपने आप में दृढ़ मानसिकता का बहुत बड़ा उदाहरण है।
जयंत मनहर ने बताया कि बहुत कम ऐसा देखने को मिलता है कि सबको एक साथ संतुष्ट किया जा सके। हमेशा ऐसा ही देखने और सुनने को मिलता है कि युवा खुश तो कर्मचारी नाराज है। व्यापारी नाराज तो गरीब परेशान है। धरतीपुत्र के पास उपज तो है लेकिन कीमत नहीं है। सुविधाओं के बिना प्रतिभाए दम तोड़ती है। लेकिन पिछले चार साल में भूपेश ने प्रदेश में रामराज्य की परिकल्पना को साकार किया है। खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी कहना पड़ा कि गायपालकों के साथ न्याय किया जाएगा। बिना नाम लिए छत्तीसगढ़ की योजना नरवा गरवा घुरवा बारी की तारीफ की है। मतलब किसान तो दूर आज प्रदेश का गौपालक भी स्वाभिमान की जिन्दगी जी रहा है। दूध तो बेचता ही है..अब गोबर और गौमूत्र बेचकर अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर से बेहतर बना रहा है।
मनहर ने बताया कि भूपेश बघेल देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होने सरकार की जिम्मेदारी संभालते ही किसानों का कर्ज माफ,बिजली बिल हाफ कर दिया। धान का समर्थन मूल्य बढ़ाकर ढाई हजार कर दिया। जयंत ने कहा कि किसान ही किसानों का दर्ज समझता है। अपनी जवानी खर्च करने वाले सरकारी कर्मचारियों का पेंशन बहाल का एलान किया। आज केन्द्र सरकार इतनी डर गयी है कि कर्मचारियों की जमा राशि लौटाने से इंकार कर दिया है। लेकिन कर्मचारियों को पूरा भरोसा है कि भूपेश है तो कल है।
कहने को तो कांग्रेस सरकार को चार साल पूरे हुए है। सच्चाई तो यह है कि सरकार बनते ही दो साल कोरोना से जंग लड़ना पड़ा। बावजूद इसके भूपेश सरकार ने मात्र दो साल के भीतर शिक्षा,व्यापार,गांव,गरीब किसान सभी के कमरतोड़ मेहनत कर छत्तीसढ़ को विकास की ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। असंगठित कुशल मजदूर को भी विभिन्न योजनाओं के तहत विकास की मुख्यधारा से जोड़ा है। आदिवासी और दलित समाज को स्वाभिमान का पाठ पढ़ाया है।
जयंत मनहर ने बताया कि एक दौर था जब मस्तूरी क्षेत्र के लोग पेट पालने के लिए दूसरे राज्यों को पलायन करते थे। आज पलायन की प्रवृत्ति पर विराम लगा है। मस्तूरी की जनता को खेती बाड़ी से फुरसत नहीं है। गरीब वर्ग सरकार की योजनाओं का लाभ उठा रहा है। जनता मैें कका भूपेश की लोकप्रियता बढ़ी है। जाहिर सी बात है कि हम ना केवल मस्तूरी जीतेंगे बल्कि विधानसभा चुनावन में रिकार्ड तो़ड़ जीत हासिल कर दुबारा सरकार बनाएंगे।