अस्पताल में भी नहीं टूटी रोजा इफ्तार की परंपरा…विशेष अनुमति लेकर अमित जोगी ने दी चुनिंदा लोगों को दावत

Shri Mi
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रायपुर।छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी पिछले 10 दिनों से अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। उन्हें दवा के साथ दुआओं की भी जरूरत है, लिहाजा प्रदेश भर में उनके समर्थक और शुभचिंतकों की तरफ से धार्मिक अनुष्ठान के माध्यम से उनके स्वस्थ्य होने की कामना की जा रही है। रमजान के पाक महीने में अजीत जोगी की तरफ से हर साल बंगले में 27वें रोजा के दिन इफ्तार की दावत दी जाती थी। ऐसे मुश्किल दौर में जब एक तरफ कोरोना संकट है और दूसरी तरफ अजीत जोगी का खराब स्वास्थ्य हैं, तो भी उस परंपरा को जारी रखा पुत्र अमित जोगी ने। अस्पताल से विशेष अनुमति लेकर आज अस्पताल परिसर में ही सांकेतिक रूप से इफ्तार की दावत दी गयी है। इसमें चुनिंदा 10 लोगों को बुलाया गया है। मुस्लिम वर्ग के लोगों के साथ कुछ अन्य लोगों को भी बुलाया गया है। इस दौरान रेणु जोगी, अमित जोगी भी मौजूद रहे। इस दौरान अजीत जोगी की सेहत की दुआ मांगी गई।

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आपको बता दें कि कार्डिक अरेस्ट के बाद से ही अजीत जोगी कोमा में चल रहे हैं, उनके अन्य अंग तक ठीक से काम कर रहे हैं, लेकिन मस्तिष्क की गतिविधि ना के बराबर हैं। जिसे सामान्य करने में डाक्टर जुटे हुए हैं। इस दौरान लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह, बलौदाबाजार विधायक प्रमोद शर्मा, पूर्व विधायक आरके राय, प्रदेश महामंत्री महेश देवांगन, जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश देवांगन, यूथ बिग्रेड के अध्यक्ष प्रदीप साहू, राहिल रउफी, समीर अहमद बबला, रायपुर ज़िलाध्यक्ष ओम् प्रकाश देवाँगन,भिलाई जिलाध्यक्ष जहीर खान,अजीज मामदानी,पंकज तिवारी,डा. यूसुफ़ खान,वाहब भाई,अशोक सोनवानी,फ़िरोज़ अहमद,एवज देवाँगन,सूर्यकांत तिवारी,बलदाऊ मिश्रा,निलेश चौहान,अजय पल,ईश्वर उपाध्याय, भागवत यादव  सहित कई लोग मौजूद रहे।

अमित जोगी ने ट्वीट कर कहा कि “मेरे वालिद जनाब अजीत जोगी जी की जानिब से पिछले 34 सालों से हर साल 27वाँ रोज़ा इफ्त़ार कराया जाता है। इस समय वे बीमार हैं। उनके इस नेक काम को जारी रखते हुए मैंने अस्पताल में ही रोज़दारों के साथ इफ़्तार किया और हम सबने उनके सेहतमन्द होने की दुआ करी।”

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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