जिस गांव में CM ने किया था गोठान का उद्घाटन,बेजाकब्जा धारियों को सबक सिखाने खेत पर छोड़ दिए मवेशी

Shri Mi
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तखतपुर(टेकचंद कारड़ा)।शासकीय भूमि पर बेजा कब्जा हटने के बाद नेवरा के सरपंच ने उस पर लगे धान के पौधे पर गौठान के जानवरों को चरने के लिए छोड दिया। जिससे गौठान के जानवरों को खरा चारा मिल गया और बेजा कब्जाधारियों को सबक भी मिल गई।नेवरा के सरपंच प्रतिनिधि मनोज यादव ने बताया कि गांव में लोगों के द्वारा अवैध रूप से लगभग 42 एकड शासकीय जमींन पर गांव के ही प्रेम सतनामी राजेश ठाकुर दशरथ ठाकुर अशोक मरावी सहित अन्य के द्वारा बेजा कब्जा कर लिया गया था।सीजीवालडॉटकॉम के व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ने के लिए यहां क्लिक करे

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पंचायत के द्वारा बार बार इनसे बेजा कब्जा छोडने के लिए कहा जा रहा था किंतु इनके द्वारा बेजा कब्जा छोडने से इनकार किया जा रहा था।

पंचायत ने फिर इन बेजा कब्जाधारियों से शासकीय जमींन से कब्जा मुक्त कराने के लिए तहसीलदार तखतपुर के तहसील कार्यालय में दी गई जहां तहसीलदार भूपेंद्र जोशी 1 सितम्बर नेवरा पहुंचकर बेजा कब्जाधारीयों से कब्जा हटवाया गया।

उसके बाद दूसरे दिवस सरपंच ने इस बेजा कब्जा जमींन पर लगे फसल पर गौठान पर रहने वाले मवेशीयों को छोड दिया गया जिससे इन मवेशीयों को हरि घास मिल गई वहीं मुख्यमंत्री के द्वारा नेवरा में आदर्श गौठान केंद्र का लोकार्पण किया गया था।

ग्राम नेवरा में बेजा कब्जा हटाने के लिए 42 एकड़ पर लगी फसल पर सरपंच ने गांव के मवेशियों को फसल चरनर के लिए छोड़ दिया यह वही ग्राम नवरा है जहां हरेली के दिन मुख्यमंत्री ने गौठान का उद्घाटन किया था।

अधिकारियों ने एक दिन पहले पहुंच लर बेजा कब्जा हटाया था।फिर से के बेजा कब्जा ना हो जाए यह सोचकर सरपंच ने 42 एकड़ पर लगी फसल पर मवेशियों को छोड़ दिया।

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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