81 दुकानों पर निगम की नज़र..व्यापारियों में खलबली

BHASKAR MISHRA
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IMG_20151009_162719बिलासपुर— अतिक्रमण अभियान के खिलाफ लोगों में धीरे-धीरे आक्रोश बढता ही जा रहा है। एक दिन पहले गोलबाजार में नाप जोंख के बाद बेजाकब्जा खाली करने का आदेश नजूल ने दिया है। निगम ने पुराना बस स्टैण्ड ईमलीपारा व्यवसायियों को सात दिन के भीतर दुकान हटाने का आदेश दिया है। आदेश का लेकर व्यापारियों में दहशत और आक्रोश दोनों ही दिखाई देने लगे हैं।

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पुराना बस स्टैण्ड ईमलीपारा व्यवसायी संघ ने आज कलेक्टर और कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है। व्यवसायिय़ो ने बताया कि साल 77 से क्षेत्र में दुकानदारी कर रहे हैं। अभी तक निगम को हमसे किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं थी। हम लोगों को निगम ने ही दुकान बनाकर दिया था। अब हटाने का फरमान जारी किया है। व्यापारियों ने बताया कि हर माह बिना नागा दुकान का किराया देते हैं। इसके पहले भी एक बार दुकान हटाने का प्रयास किया गया था। लेकिन तात्कालीन कलेक्टर के आदेश के बाद दुकान नहीं हटाया गया।

व्यापारियों ने बताया कि निगम ने एक साथ 81 दुकान तोड़ने का फरमान जारी किया है। साथ ही सात दिन के भीतर दुकान खाली करने को कहा है। यदि दुकान टूट जाता है तो हम लोगों के सामने जीने मरने की स्थिति आ जाएगी। व्यापारियों ने बताया कि पूर्व में कलेक्टर सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशी ने आश्वासन दिया था कि दुकान हटाने या तोड़ने से पहले उन्हें पीछे की खाली जमीन पर नया दुकान बनाकर दिया जाएगा। अब कोई अधिकारी उस बात को सुनने को तैयार नहीं है।

व्यापारियों ने मांग की है कि यदि खाली जमीन पर दुकान बनाकर दिया जाता है तो हमें दुकान खाली करने में कोई एतराज नहीं है। व्यवसायियों ने बताया कि हम लोग अधिकारियों से मिलने के लिए दर दर भटक रहे हैं लेकिन अभी तक किसी ने हमारी गुहार नहीं सुनी है। लेकिन मंत्री से हमें लगातार सकारात्मक आश्वासन मिला है।

दुकान बनाकर दे निगम

हम साल 77 से दुकानदारी कर रहे हैं। निगम ने हमारी गृहस्थी को चौपट करने का फरमान जारी किया है। हमारा परिवार दुकानदारी से चलता है। हम लोग दुकान खुशी खुशी छोड़ने को तैयार हैं। लेकिन कहीं तो दुकान दिया जाए। पीछे काफी जमीन खाली है। यदि निगम वहीं दुकान बनाकर देता है। तो हमें भी स्मार्ट अभियान में खुशी होगी।

जसपाल आजमानी…अध्यक्ष

आदेश का पालन हो

क्षेत्र में दुकानदारी करते पीढी गुजर गयी। हम पर प्रशासन कुछ तो रहम करे। हमे दुकानदारी के अलावा कुछ नहीं आता। हम चाहते हैं कि पूर्व कलेक्टर और मंत्री के आदेश का पालन किया जाए। शासन हमें खाली जमीन पर दुकान बनाकर दे।

सतीश अग्रवाल..उपाध्यक्ष

घर में पसरा सन्नाटा

हमारी रात की नींद और दिन का चैन खो गया है। दुकान तोड़ा गया तो हम कहीं के नहीं रह जाएंगे। दीपावली के ठीक पहले ऐसी कार्रवाई उचित नहीं है। नोटिस के बाद 81 परिवारों में सन्नाटा और मातम का माहौल है। इस उम्र में यह दिन देखना पड़ेगा ऐसी उम्मीद नहीं थी।

अजीत सिंह छावाड़ा..संरक्षक व्यापारी संरक्षक

चौरहा बड़ा करने के लिए व्यापारियों और गरीबों की रोजी रोटी छीनना ठीक नहीं है। मंत्री महोदय से हमें न्याय की उम्मीद है। हम लोग मंत्री,कलेक्टर कमिश्नर से गुहार लगाएंगे। हम स्मार्ट सिटी अभियान का समर्थन करते हैं। लेकिन हमें भी शहर में थोड़ी से जगह मिले।

ओंम पाण्डेय….व्यापारी संचालक

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