सावधानः इन त्योहारों पर रहेगी अधिकारियों की नजर..इन बच्चों को खोजा जाएगा..ऐसा किया तो होगी सजा

BHASKAR MISHRA

बिलासपुर—बाल विवाह रोकथाम को लेकर एडीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा निर्देश दिया है। इस दौरान एडीएम कुरूवंशी ने अधिकारियों को बताया कि अक्षय तृतिया और रामनवमी  के दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम का जिक्र किया। उन्होने बताया कि जरूरी रणनीति बनाकर इस दौरान बाल विवाह जैसी गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है।

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बैठक में एडीएम आर.ए.कुरूवंशी ने बाल विकास परियोजना अधिकारियों, बाल कल्याण पुलिस अधिकारियों, जिला बाल संरक्षण अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होने बताया कि रामनवमी और अक्षय तृतीया के समय बाल विवाह के मामले अक्सर देखने को मिलते हैं। कार्ययोजना बनाकर गतिविधियों पर नजर रखने की जरूरत है।

सभी प्रिटिंग प्रेस संचालक, टेंट प्रदाता, शादी भवन के प्रबंधकों, कैटरर्स, बैंड वाले और  डेकोरेटर को वर वधु के उम्र के सत्यापन उपरांत ही विवाह कार्यक्रम में  सेवा देने को कहा। सभी परियोजना अधिकारी का संपर्क नंबर थानों को सूचित करने को कहा। कुरूवंशी ने बताया कि मीडिया का सहयोग लेकर बाल विवाह रोकथाम को सफल बनाएं।

एडीएम ने कोटवारो के माध्यम से सभी ग्राम पंचायतों में बाल विवाह रोकथाम को लेकर मुनादी कराने को कहा। ऐसे बच्चे जिन्होंने पढाई छोड़ दी है, स्कूल से बाहर है या जिनकी उपस्थिति में अनियमिता है की सूची तैयार करने को भी कहा। चिन्हित बच्चों की गहन पूछताछ कर परिवार से भी संपर्क स्थापित का एडीएम ने सुझाव दिया। उन्होने बताया कि बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत गंभीर अपराध है।

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