विधायक को बचाते हुए…मारपीट मामले में..पार्षद पति बबलू और तड़ीपार दीपक ठाकुर पर अपराध दर्ज..प्रकरण में पुलिस की गैर पेशेवर रूख उजागर

BHASKAR MISHRA
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महासमुंद….कलेक्टरोट स्थित जिला आबकारी विभाग के अन्दर घुसकर मारपीट मामले में पुलिस ने आनाकानी के बाद विधायक को बचाते हुए दो लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया है। पहले तो पीड़ित का अपराध दर्ज नहीं किया गया। बाद में सिर्फ दो लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर पुलिस ने अपना पल्ला झाड़ लिया है। मामले में जब जानकारी के लिए सीजी वाल संवाददाता ने कलेक्टर और पुलिस कप्तान से सम्पर्क का प्रयास किया तो दोनों ही अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। इधर आबकारी स्टाफ में पुलिस का अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने और गैर पेशेवर रूख को लेकर गहरा असंतोष है। बताया जा रहा है कि पीड़ित लीलाराम साहू इस समय रायपुर स्थित डीके अस्पताल में भर्ती है। 
 
                   आबकारी विभाग महासमुन्द में विधायक विनोद चन्द्राकर और उसके गुण्डों ने दरवाजा बन्द कर स्टाफ के साथ मारपीट किया है। घटना में विधायक समेत उसके गुण्डों ने पीडित लीलाराम साहू को जमकर पीटा। खबर प्रकाशित होने के बाद विधायक ने मारपीट से ना केवल इंकार किया। बल्कि मौके पर नहीं होने की बात भी कही।जबकि वीडियो में विधायक लीलाधर से गांव जिला का पता ठिकाना पूछते हुए अपने गुण्डों को मारने का आदेश देते हुए दिखाई दे रहा है। जानकारी देते चलें कि पूरा मामला शराब ओवर रेट को लेकर हुआ है।विधायक शराब ओवह रेट में बेचने के लिए पिछले कुछ दिनों से दबाब बना रहा था। साथ ही अपने गुण्डों को आबकारी विभाग में हिस्सा भी दिलाना चाहता है।
 
                            घटना के समय आबकारी अधिकारियों ने बीच बचाव कर मामले को शांत कराया। इस बीच विधायक के गुण्डों ने आबकारी अधिकारियों पर भी हमला किया।इस दौरान सारा नजारा विधायक ना केवल देखता रहा। बल्कि अपने आदमियों को मारपीट के लिए उकसाता भी वीडियो में पाया गया।
 
              घटना के बाद सीएमपी़डीसीएल कर्मचारी और पीड़ित लीलाराम साहू पिता शोभाराम साहू निवासी लोरमी जिला मुंगेली लिखित शिकायत करने सिटी कोतवाली थाना पहुंचा। लेकिन मौके पर ना थानेदार तो दूर बल्कि थाना का एक स्पाफ भी नजर नहीं आया। इसी बीच डाक्टरों ने जब पीड़ित को रायपुर रिफर कर दिया तो। खबर मिलते ही थाना का स्टाफ थाने में पहुंच गया। और विधायक को छोड़कर बबलू  हरपाल और दीपक ठाकुर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया। इस बीच विधायक के खिलाफ रिपोर्ट नहीं लिखे जाने को लेकर थाना स्टाफ और पुलिस के आलाधिकारी कई प्रकार के तर्क देते रहे। 
 
                      बहरहाल देर रात पुलिस ने लीलाराम साहू की शिकायत में लिखे मारपीट के आरोपियों में विधायक विनोद चन्द्राकर का नाम हटाकर दीपक ठाकुर, बबलू हरपाल और अन्य के खिलाफ अपराध दर्ज किया। शिकायत में लीलाराम ने बताया कि जिला आबकारी कार्यालय के सी.एस.एम.सी.एल. कक्ष में बैठा था। इसी दौरान विधायक विनोद चन्द्राकर, अपने साथी  पार्षद पति बबलू हरपाल और दीपक ठाकुर समेत अन्य व्यक्तियों के साथ कमरे में प्रवेश किया।
 
               सभी ने नाम गांंव स्थान पूछकर मारना पीटना शुरू कर दिया। जिसकी वजह से उसके दाहिने आंख के पास गंभीर चोट पहुंची और खून बहने लगा। विजय सेन शर्मा सहायक आयुक्त आबकारी और रविकांत जायसवाल सहायक जिला आबकारी अधिकारी ने बीच बचाव कर बचाया।
 
              पुलिस ने थाने में जमा किए गए आरोपी के शिकायत पत्र के आधार पर आईपीसी की धारा 294, 325, 506, 353, 34 के तहत अपराध दर्ज किया।
 
तड़ीपार दीपक पर दर्जनों अपराध दर्ज
 
            बताते चलें कि आबकारी विभाग महासमुन्द में मारपीट की घटना में विधायक का साथन देने वाला दीपक ठाकुर बिलासपुर का रहने वाला है। पुलिस ने दीपक ठाकुर ने जिला बदर किया है। बिलासपुर से लेकर महासमुन्द तक दर्जनो गंभीर किस्म के अपराध दर्ज है। हाल फिलहाल आरोपी के खिलाफ खल्लारी में गंभीर अपराध पंजीबद्ध है। मामले में दीपक की गिरफ्तारी महज इसलिए नही हुई क्योंकि वह फरार चल रहा था। लेकिन सच्चाई कुछ और ही है। विधायक का करीबी होने के कारण सरेआम घूमते हुए भी दीपक को पुलिस ने गिरफ्तार नहीं किया। 
 
आदतन बरमदा पार्षद पति बबलू हरपाल
 
               बताते चलें कि घटनाक्रम में शामिल बबलू हरपाल की पत्नी पार्षद है। बबलू विधायक का दाहिना हाथ माना जाता है। उसके खिलाफ भी पुलिस में कई अपराध दर्ज है। 
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