बिलासपुर— लोक निर्माण विभाग की तरफ से तुर्काडीह ब्रिज के आस पास रेत के अवैध रेत उत्खनन को लेकर कई बार चिंता जाहिर की है। विभाग ने माइनिंग को कई बार पत्र लिखकर ब्रिज के आस पास रेत उत्खनन को चिंताजनक बताया है। साथ ही पुल को नुकसान होने की संभावना से भी अवगत कराया है।
माइनिंग विभाग ने भी पत्र को गंभीरता से लेते हुए विभाग को एक पत्र लिखकर सप्ष्ट किया है कि अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ हमेशा कार्रवाई की जाती है। बेहतर होगा कि पीडब्लूडी विभाग पुल के संवेदनशील का दायरा से अवगत कराए..और चिन्हांकन करे। इसके बाद क्षेत्र में उत्खनन करने वालों के खिलाफ हमेशा की तरह ना केवल कार्रवाई होगी। बल्कि आरोपी को पीडब्लूडी विभाग के हवाले भी किया जाएगा। इसके बाद विभाग उचित कानूनी कार्रवाई के लिए भी स्वतंत्र होगा।
खनिज विभाग ने लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर अरपा नदी स्थित तुर्काडीह पुल के आसपास संवेदनशील क्षेत्र की सीमा निर्धारित करने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि लोक निर्माण विभाग की तरफ से लगातार अवगत कराया गया कि पुल के पास अरपा के डाउन स्ट्रीम में रेत का लगातार उत्खनन हो रहा है। जिससे पुल को नुकसान पहुंचने की संभावना है।
माइनिंग विभाग के उप संचालक डी.के.मिश्रा ने बताया कि विभाग की तरफ से रेत का अवैध उत्खनन करने वालों पर लगातार कार्रवाई होती है। घाट के अलावा किसी अन्य जगह रेत का उत्खनन वर्जित है। चाहे उत्खनन का क्षेत्र तुर्काडीह या आसपास का ही क्यो ना हो। चूंकि तुर्काडीह ब्रिज शासन का महत्वपूर्ण पूंजी क्षेत्र है। इसलिए हमने एक पत्र लिखकर पीडब्लूडी विभाग से संवेदनशील क्षेत्र का दायरा बताने को कहा है। साथ ही बोर्ड लगाए जाने की भी बात कही है।
डीके मिश्रा ने कहा कि हमेशा की तरह हम अवैध उत्खनन करने वालों पर नियमित कार्रवाई करेंगे। ब्रिज का संवेदनशील दायरा निर्धारित होने के बाद क्षेत्र में रेत का अवैध उत्खनन करने वालों के खिलाफ विभाग हमेशा की तरह खनिज कार्रवाई करेगा। इसके बाद पूरे मामले को पीडब्लूडी विभाग के हवाले कर दिया जाएगा। यदि विभाग को लगता है कि आरोपी पर एफआईआर किया जाना चाहिए। तो वह स्वतंत्र है।
माइनिंग अधिकारी ने जानकारी दी कि हमने पीडब्लूडी विभाग को बता