बिलासपुर— आईजी कार्यालय सभागार में आईजी रतनलाल डांगी की पाठशाला में संभाग के सभी पुलिस कप्तान शामिल हुए। पाठशाला में बिलासपुर रेल मण्डल सुरक्षा आयुक्त समेत रायपुर रेल उप पुलिस अधीक्षक ने भी शिरकत किया। संभागीय पुलिस कप्तानों से आईजी ने लंबित समस्त प्रकरणों का जल्द से जल्द निराकरण करने को कहा। साथ ही रेलवे प्रशासन से अपराध पर अंकुश लगाए जाने को लेकर कारगार उपायों पर विस्तार चर्चा की है।
आईजी रतनलाल डांगी ने रेंज में आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा व्यवस्था समेत लंबिल प्रकरणों लेकर बुलाई गयी समीक्षा बैठक को संबोधित किया है। रेलवे और पुलिस अधिकारियों की बैठक में रेल सुरक्षा आयुक्त रेल पुलिस अधीक्षगक समेत रेंज के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों ने शिरकत किया ।
बैठक में रेल प्रशासन ने बताया कि पिछले एक साल में लाकाडाउन के चलते ट्रेन परिवहन प्रभावित हुआ है। जिसके चलते अपराध में कमी आयी है। अनलाक के बाद रेल परिचालन में धीरे धीरे तेजी लायी जा रही है। अब यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।
रेल प्रशासन के अधिकारियों को आईजी रतनलाल डांगी ने कहा कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए बड़े स्टेशनों के साथ छोटे स्टेशनों पर भी सीसीटीवी लगाए जांएं। कैमरों की मानिटरिंग व्यवस्था रेलवे जोनल कार्यालय से हो। स्थानीय पुलिस भी समय समय पर मानिटरिंग करे।
आईजी ने कहा कि रेलवे स्टेशनों के वाहन पार्किंग में सालो से पड़े लावारिश वाहनों का नियमानुसार निराकरण किया जाना जरूरी है। अभियान में रेलवे पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस संयुक्त कार्रवाई करे। बैठक में चाइल्ड और महिला तस्करी को लेकर गंभीरता से विचार विमर्श किया गया। आईजी ने कहा कि घटनाओं पर रोकथाम के लिए रेलगाड़ियों में चलने वाले और प्लेटफार्म वेन्डर्स समेत कुलियों को प्रशिक्षित किए जाने की जरूरत है। मामले में रेलवे के साथ ही स्थानीय पुलिस को मिलकर कार्रवाई को अंजाम देना होगा।
पुलिस कप्तानों की बैठक…फरार आरोपियों को पकड़ा जाए
रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक के बाद आईजी ने संभाग के सभी जिलों के पुलिस कप्तानों के साथ चर्चा की। आईजी ने लंबित अनुकमम्पा नियुक्ति प्रकरणों के अलावा अपराधाधिक मामलों और शिकायतों की जांच को लेकर विस्तार से विमर्श किया। सभी मामलों को समय पर निकारण करने का सख्त निर्देश दिया।
आईजी ने कहा कि कमोबेश सभी जिलों में ऐसे अनेक मामले हैं..जिनमें अपराधी फरारी काट रहे हैं। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत है। मामले को गंभीरता के साथ लेते हुए आरोपियों की धर पकड़ की जाए। अनुसूचित जाति जनजाति के सदस्यों के लंबित राहत प्रकरणों का निराकण भी जल्द से जल्द किया जाए।
आईजी ने पुलिस कप्तानों को बताया कि चिटफण्ड प्रकरणों के आरोपियों की सम्पत्ति की कुर्की किया जाना जरूरी है। इसके लिए संबधित सभी जिलों के कलेक्टर से सामंजस्य बैठाकर जल्द से जल्द अभियान चलाने की जरूरत है।
बैठक में बिलासपुर पुलिस कप्तान प्रशांत अग्रवाल, पारूल माथुर जांजगीर चांपा, अभिषेक मीणा कोरबा , अरविन्द कुजूर मुंगेली, संतोष कुमार सिंह रायगढ़, सूरज सिंह परिहार जीपीएम, आर.के.शुक्ला बिलासपुर रेल मण्डल सुरक्षा आयुक्त, दीपमाला कश्यप अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और रितेश श्रीवास्तव डीएसपी रेल रायपुर शामिल हुए।