बिलासपुर— पन्द्रह दिन से बेमुदद्त हडताली शिक्षाकर्मियों का हौंसला अभी पस्त नहीं हुआ है। राजधानी से न्यायधानी तक 9 सूत्रीय मांग को लेकर शिक्षाकर्मी जोश खरोश के साथ मैदान में डटे हुए हैं। प्रदेश के 146 ब्लाक से राजधानी तक संविलियन की गूंज है। बिलासपुर में भी शिक्षाकर्मियों ने नेहरू चौक पर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान संगठन का कोई बड़ा नेता तो नजर नहीं आए। लेकिन भीड़ में किसी प्रकार की कमी भी नजर नहीं आयी। पहले की ही तरह पंडाल खचाखच भरा हुआ नजर आया। संगठन नेता भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि सरकार के धौंस में आने वाले नहीं है। क्योंकि सरकार को भी मालूम है कि हमे बर्खास्त नहीं किया जा सकता है।
रायपुर घटनाक्रम के बाद शिक्षाकर्मियों की उत्साह में कमी नहीं आयी है। सभी शिक्षाकर्मी बिलासपुर स्थित नेहरू चौक में पन्द्रह दिन से जोश खरोश के साथ हड़ताल में हैं। शिक्षाकर्मी नेता भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि सरकार मुगालते में है…हम धमकी से डरने या बहकावे में आने वाले नहीं है। सरकार 9 सूत्रीय मांग का समर्थन नहीं करती है..एक लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी स्कूल नहीं लौटेंगे। शांति पूर्वक लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करेंगे। लेकिन रायपुर में सरकार के रूप को देखकर प्रदेश शर्मिन्दा हुआ है। सरकार ने रातों रात प्रदेश और जिला स्तरीय संचालकों को उठा लिया। महिलाओं के साथ पुलिस ज्यादती हुई। बावजूद इसके हम अपनी मांगो से पीछे हटने वाले नहीं है।
जेल में 9 संचालक..तीन की तलाश
भूपेन्द्र ने बताया कि सरकार शिक्षाकर्मियों को छल रही है। महागठबंधन के 12 में से 9 नेताओं को सरकार ने जेल भेज दिया है। संजय शर्मा,विकास राजपूत, मनोज सनाढ्य और बिलासपुर शिक्षाकर्मी संगठन नेता अमित नामदेव अन्डर ग्राउण्ड हैं। चारों को पुलिस तलाश रही है। दरअसल पकड़ने के लिए ही सरकार 12 संचालकों को बातचीत के लिए बुला रही है।
बहुमत से होता है निर्णय़
भूपेन्द्र के अनुसार 1 लाख 80 हजार शिक्षाकर्मी एक परिवार की तरह है। लोकतंत्र में बहुमत से निर्णय होता है। 9 संचालक जेल में है। सरकार चाहे तो गिरफ्तार किये गए 9 संचालकों से 9 बिन्दुओं पर बातचीत कर सकती है। 9 संचालक जो भी निर्णय लेंगे हमें मंजूर है। हमें मालूम है कि सरकार ऐसा नहीं करना चाहती। दरअसल जाल फैलाकर संजय शर्मा,विकास राजपूर,मनोज सनाड्य और अमित नामदेव को सरकार गिरफ्तार करना चाहती है।
धरने पर शिक्षाकर्मियों का परिवार
नेहरू चौक में महिला शिक्षाकर्मियों के साथ घर की कामकाजी महिलाओं भी धरना प्रदर्शन में शामिल हुईं। कामकाजी महिलाओं ने बताया कि सरकार को वादा निभाना नहीं था तो वादा किया क्यों। जब तक सरकार 9 मांग पूरी नहीं करती है…शिक्षाकर्मी परिवार का एक सदस्य धरना प्रदर्शन करेगा। घर के बच्चे भी धरना प्रदर्शन में शामिल होंगे। महिला शिक्षाकर्मियों ने बताया कि रायपुर में महिलाओं ने नारी शक्ति का परिचय दिया है। अब हम लोग भी रायपुर जाकर हड़ताल करेंगे। 9 सूत्रीय मांंग के साथ गिरफ्तार साथियों की रिहाई की भी मांग करेंगे।