असम सरकार ने उन जिलों में स्कूलों और विश्विविद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया है जहां कोरोना के एक्टिव मामले 300 से ज्यादा हैं. शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर कहा कि किसी जिले में पिछले 10 दिनों में 300 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, तो वहां जिलाधिकारी के पास पूर्व-प्राथमिक से विश्वविद्यालय तक सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का अधिकार है. हालांकि राज्य में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है. राज्य में बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन असम (SEBA) HSLC या मैट्रिक परीक्षा आयोजित करता है और असम उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद (AHSEC) HS या 12वीं की परीक्षा का आयोजन करता है. इन दोनों ही बोर्ड के छात्र परीक्षाओं को रद्द या स्थगित करने की मांग कर रहे हैं.
छात्र हैशटैग #CancelAhsecSebaExams के साथ ट्वीट कर परीक्षाओं को रद्द या स्थगित करने के लिए आवाज उठा रहे हैं. इस हैशटैग के साथ हजारों ट्वीट किए जा चुके हैं.छात्रों के सपोर्ट में NSUI ने ट्वीट कर लिखा, ”पहले से चल रही महामारी के कारण छात्र काफी दबाव में हैं. NSUI ने असम सरकार से अनुरोध किया है कि वह परीक्षा को स्थगित कर दे.” हिमंत बिस्वा सरमा के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए एक छात्र लिखते हैं, ”COVID-19 की दूसरी लहर के डर से, HSLC और HS 1st और 2nd ईयर और अन्य आगामी परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों ने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि वे जल्द ही परीक्षाओं पर उचित निर्णय लें.”
Students are already under immense pressure due to the ongoing pandemic. NSUI request Assam Government to be reasonable and postpone the examinations. #CancelAhsecSebaExams
— NSUI (@nsui) April 26, 2021
Amid fear of the second wave of COVID-19, students appearing in the HSLC & HS 1st&2nd yr and other upcoming exams have requested Education Minister @himantabiswa to make a fair decision soon.#cancelExamsSaveStudent #StudentLivesMatter @AhsecSeba@sarbanandsonwal@pratidintime
— Shashanka pachani (@Shashankapacha1) April 27, 2021
एक छात्रा शिक्षा मंत्री के ट्वीट पर रिप्लाई कर लिखती हैं, ”सर कृपया परीक्षा रद्द करें, छात्रों के बारे में सोचें, भविष्य के बारे में सोचें. जीवन परीक्षा से ज्यादा महत्वपूर्ण है.”
Sir please cancel the exam,think about the students,think about the future. Life is more important than exams.#cancelExamsSaveStudent
— Plabana Gohain (@PlabanaG) April 27, 2021
इंडिया वाइड पैरेंट एसोसिएशन की अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने छात्रों के मुद्दे को उठाया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ”जब #AlternativeAssessment विकल्प उपलब्ध है, तो आप ऑफलाइन परीक्षा के लिए छात्रों को मजबूर कर उनके जीवन को संकट में क्यों डाल रहे हैं?”
#CancelAhsecSebaExams@CMOfficeAssam
— Adv Anubha Shrivastava Sahai (@anubha1812) April 26, 2021
Why are you risking life of Students by forcing them to go for offline exam when #AlternativeAssessment option is available