नईदिल्ली।छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव (Chattisgarh Assembly Elections) के लिए 18 सीटों पर पहले चरण का मतदान (First Phase Voting) सोमवार को संपन्न हो गया. ये सीटें नक्सल प्रभावित आठ जिलों में हैं. मतदान 10 विधानसभा क्षेत्रों- नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा, मोहला-मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेड़, केशकाल एवं कोंडागांव में सुबह सात बजे शुरू हुआ और दोपहर तीन बजे समाप्त हुआ.
इससे पहले चुनाव आयोग ने जानकारी देते हुए कहा कि दोपहर तीन बजे तक 65 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
सुबह से ही पोलिंग बूथों पर पहुंच रहे मतदाताओं ने साबित कर दिया है कि गनतंत्र पर गणतंत्र की ताकत भारी है. मतदान के लिए इन इलाकों में 4,336 पोलिंग स्टेशन बनाए गए थे. कई जगह चुनाव का बहिष्कार करने से जुड़ी नक्सलियों की चेतावनी और बैनर-पोस्टर्स के बावजूद बड़ी संख्या में वोटर्स मतदान के लिए निकले.
राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है.
अधिकारियों ने बताया कि जिले के तुमाकपाल-नयानार मार्ग पर नक्सलियों ने विस्फोट किया था. इस घटना में किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है. मतदान दल सुरक्षित मतदान केंद्र तक पहुंच गया था.
राज्य के सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के विरोध के बाद भी ग्रामीण मतदान करने निकल रहे हैं.
मीणा ने बताया कि जिले के पालाम अडगु गांव में 15 वर्ष बाद पहली बार मतदान किया गया है. अभी तक 44 लोगों ने मतदान किया है.
उन्होंने बताया कि कोंटा विधानसभा क्षेत्र के सेंदुरगुड़ा में वर्ष 2013 के विधानसभा चुनाव में केवल पांच मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था. वहीं इस बार 315 मतदाताओं ने मताधिकार का उपयोग किया है.
जिले के मुकरम मतदान केंद्र में पिछले वर्ष मतदान नहीं हुआ था. इस बार 156 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया है.
मीणा ने बताया कि वर्ष 2013 में ‘भेज्जी दो’ और गोरखा मतदान केंद्र में कोई मतदान नहीं हुआ था. लेकिन इस बार इन मतदान केंद्रों में मतदान हुआ है.
वहीं ‘भेज्जी एक’ मतदान केंद्र में पिछली बार केवल एक मतदाता ने वोट डाला था लेकिन इस बार मतदाता यहां भी मतदान कर रहे हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में हो रहे मतदान के दौरान 31 ईवीएम और 51 वीपीपैट मशीनों के तकनीकी कारणों से काम नहीं करने शिकायत पर तत्काल कार्रवाई की गई. इन ईवीएम और वीवीपैट मशीनों को बदल दिया गया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के दक्षिण क्षेत्र बस्तर के सात जिले और राजनांदगांव जिले के 18 विधानसभा सीट के लिए कुल 190 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं जिनकी किस्मत का फैसला यहां के 31,80,014 मतदाता करेंगे. इनमें से पुरूष मतदाताओं की संख्या 15,57,435 तथा महिला मतदातओं की संख्या 16,22,492 है. वहीं 87 मतदाता तृतीय लिंग के हैं.
अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण में कुल मतदान केन्द्रों की संख्या 4336 है. जिन 18 सीटों पर आज मतदान हो रहा है उनमें से 12 सीट बस्तर क्षेत्र में तथा छह सीट राजनांदगांव जिले में है.
उन्होंने बताया कि राज्य के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मतदान होने के कारण सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए, तथा सुरक्षा बल के लगभग सवा लाख जवानों को तैनात किया गया.