इतिहास बन जाएगा..शिक्षाकर्मी पद.. शिक्षक नेता ने कहा..सरकार नए के साथ पुराने शिक्षाकर्मियों का भुगतान करे एरियर्स

BHASKAR MISHRA
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बिलासपुर—*शिक्षको को एक बार फिर एरियर्स की चिंता सताने लगी है। पूर्व के साथियों की तरह एरियर्स राशि लटकने की सम्भावना शिक्षक जता रहे हैं। वही शिक्षक नेता अमित नामदेव ने सरकार से मांग की है कि संविलियन के पहले सरकार सभी शिक्षाकर्मियों के एरियर्स का भुगतान करे।
 
        एक नवम्बर की सुबह राज्य के 16278 शिक्षको को सरकार संविलियन का तोहफा देगी। राज्य स्थापना के पावन दिवस पर प्रदेश के शिक्षा जगत से शिक्षा कर्मी पद का अतीत की बात हो जाएगी। एक नवम्बर को प्रदेश के शेष बचे 16278 शिक्षको का संविलियन शिक्षा विभाग में कर लिया जाएगा। प्रदेश सरकार की मंशा और चुनाव में की गई घोषणा के अनुरूप दो वर्ष पूर्ण कर चुके इन शिक्षकों का पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग से शिक्षा विभाग में संविलियन हो जाएगा । एक नवम्बर के बाद प्रदेश में शिक्षा कर्मी के रूप में कोई भी शिक्षक कार्यरत नही रहेगा। 
 
               एक तरफ जहां शिक्षको में संविलियन की खुशी है। वही उनके मन मे अपने पुराने शेष बचे विभिन्न एरियर्स राशि को लेकर शंका भी हैष क्योंकि पूर्व के जो साथी जिनका संविलियन 1 जुलाई 2018और एक जुलाई 2019 को हुआ है। करोड़ों रुपये एरियर्स का भुगतान आज तक नहीं किया गया है।
 
                    छत्तीसगढ़ नवीन शिक्षक संघ प्रदेश उपाध्यक्ष अमित कुमार नामदेव ने बताया कि प्रदेश के संविलियन प्राप्त लगभग सभी शिक्षकों का शिक्षाकर्मी कार्यकाल एरियर्स राशि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग , नगरीय प्रशासन विभाग से संविलियन किए गए शिक्षकों का  दो वर्षों के बाद भी भुगतान नहीं हुआ है। दो साल से लंबित एरियर्स में समयमान वेतनमान, परिवीक्षा अवधि समाप्ति, मातृत्व अवकाश, वार्षिक वेतनवृद्धि की राशि शामिल हैं। इसके अलावा एरियर्स में तमाम तरह की  राशि भी शामिल हैं।
 
           अमित नामदेव ने बताया कि प्रदेश में 1 जुलाई 2018 और  1 जुलाई 2019 को आठ साल पूर्ण कर चुके शिक्षको का संविलियन किया जा चुका है। नियमानुसार यह सभी शिक्षाकर्मी अब शिक्षा विभाग के कर्मचारी हो चुके है। लेकिन उनका संविलियन के पूर्व की अटकी राशि का भुगतान आज दिनांक तक नही हुआ है। कुछ शिक्षक साथियो का तो एरियर्स राशि ही कई लाख में है। पूर्व का विभाग आज तक शिक्षको की गाढ़ी मेहनत की कमाई को देने में हील हवाली कर रहा है।
 
                     नामदेव ने बताया कि आगामी 1 नवम्बर प्रदेश के शिक्षा जगत में एक स्वर्णिम दिवस के रूप में दर्ज होने वाला है। प्रदेश से शिक्षाकर्मी शब्द इतिहास बन जाएगा। मतलब प्रदेश के सभी शिक्षा कर्मियों का संविलियन हो जाएगा। अमित ने बताया कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल  का आभार है। साथ ही मांग भी है कि नव संविलियन किए जाने वाले सभी एरियर्स राशि का भुगतान  1 नवम्बर को ही किया जाए। इसके अलावा पूर्व में संविलियन किए गए शिक्षको के पूर्व विभाग से एरियर्स राशि का भी भुगतान कराया जाए।
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