शहर के खास लोगों के निर्माण पर चलेगा बुलडोजर..कोर्ट ने सुनने से किया इंकार,निगम इंजीनियर ने बताया-मंगलवार को हटाया जाएगा पाटीदार भवन का अतिक्रमण

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बिलासपुर—सोमवार को निगम का तोड़ू दस्ता उस्लापुर ओव्हरब्रिज के पास अतिक्रमण हटाने पहुंचा। नोटिस दिए जाने के बाद निगम की जमीन पर काबिज आशुतोष के 90 फिर अतिक्रमण को हटाया। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। अशोक विधानी और स्थानीय पार्षद सुनीता मानिकपुरी ने निगम कार्रवाई को गैर कानूनी बताया। निगम इंजीनियर ने कहा कि निगम की जमीन पर काबिज किसी को भी रियायत नहीं मिलेगी। कोर्ट ने भी फरियादियों की सुनने से इंकार कर दिया है। पहले पाटीदार भवन को तोड़ा जाएगा। इसके बाद अन्य लोगों के अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा।

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                     सोमवार को निगम की टीम अतिक्रमण हटाने उस्लापुर ओव्हरब्रीज पहुंची। निगम की टीम ने कोर्ट से राहत से मायूस होकर लौटे आशुतोष पाठक के 90 फिट से अधिक अतिक्रमण को हटाया। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया। मौके पर अपने समर्थकों के साथ पहुंचकर निगम नेता प्रतिपक्ष अशोक विधानी ने कहा कि हमें अतिक्रमण हटाने से कोई एतराज नहीं है। लेकिन निगम को सबसे पहले सीमांकन करना चाहिए। इसके बाद ही तोड़फोड़ की कार्रवाई हो। इस दौरान स्थानीय पार्षद सुनीता मानिकपुरी और श्याम भाई पटेल ने भी निगम के अभियान का विरोध किया।हंगामे के बीच निगम इंजीनीयर जुगल सिंह ने बताया कि शिव टाकीज चौक से सकरी और उसके आगे तक 1932 ब्रिटिश काल में प्रस्तावित रेलवे की जमीन है। जमीन इस समय निमग के कब्जे में है। स्मार्ट सिटी अभियान के तहत अब बेजा कब्जा को हटाया जा रहा है। अब तक 35 लोगों को नोटिस दिया गया है। जबकि 17 लोगों के कब्जे को हटाया गया है। मंगलवार को पाटीदार भवन के कब्जे को हटाया जाएगा। 

           रेलवे की जमीन पर नमिता ऋषि, राजेश सिंघानिया, संतोष सिंघानिया, पाटीदार भवन, कबीर चड्डा, आसमा बिल्डर मोहम्मद जाफरी के अलावा अन्य लोगों का कब्जा है। सभी से दस्तावेज मंगवाया गया है। जुगल सिंह ने इस बात से इंकार किया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पहचान पहचान कर किया जा रहा है। कलेक्टर आदेश पर सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी।

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