बिलासपुर— हाईकोर्ट का फैसला आते ही प्रदेश में अब हाई वोल्टेज पोलिटिकल ड्रामा शुरू हो गया है। जोगी कांग्रेस नेताओं ने फैसले का स्वागत किया है। फैसले के बाद अजीत जोगी और पार्टी के बड़े नेताओं ने हाईकोर्ट के फैसले को सच की जीत बताया है। फैसले के बाद अजीत जोगी ने प्रदेश भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का बयान जारी किया है।हाईकोर्ट फैसले के बाद मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने कोर्ट के निर्णय पर अमल करने जैसा बयान दिया है। भूपेश बघेल ने हाईकोर्ट के फैसले पर बयान दिया है कि जोगी और रमन में गहरी साँठगाँठ होेने का आरोप लगाया है। भूपेश ने बिलासपुर में पत्रकारों से चर्चा के दौरान परोक्ष रूप से डॉ रमन सिंह पर निशाना साधा है ।
बघेल ने बताया कि रमन सिंह अपने विरोधियों को बारी-बारी से खत्म कर रहे हैं । बयान के वैसे कई अर्थ लगाए जा सकते हैं। जानकारों की माने तो यह बयान सीधे सीधे जोगी पर तीखा व्यंग्य है। जोगी रमन सिंह के राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी हैं ही नहीं । क्योंकि फैसले के बाद सबसे ज्यादा राजनीतिक नुकसान कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है।बहरहाल हाईकोर्ट का फैसला जोगी के लिए जहां संजीवनी से कम नहीं है तो कांग्रेस के लिए खतरे की घण्टी से इकार नहीं किया जा सकता है । जोगी अब आनेवाले दिनों में जनाधार को बेहतर तरीके से बढ़ाएंगे। जोगी आदिवासी सेंटिमेंट को आगामी चुनाव में और ज्यादा मजबूती के साथ कैश करेंगे।
सवाल यह भी उठ रहा है कि सरकार के खिलाफ अगर एन्टी इंकंबेंसी फैक्टर सामने आती है तो इसका ज्यादा फायदा जोगी को मिलेगा या कांग्रेस को । कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि छत्तीसगढ़ में आगमी विधानसभा त्रिकोणीय होगा। चुनाव में कौन सर्वाधिक कमजोर और कौन सबसे मजबूत होगा फैसला फिलहाल अभी संभव नहीं है।