बेटी की अकाउन्ट से आरोपी तक पहुंची पुलिस.. पुलिस कप्तान ने बताया..पत्नी के साथ पकड़ाया कम्पनी कर्मचारी..लाखों रूपयों का सामान बरामद

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बिलासपुर— जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने चिटफंड ठगी मामले में गिरफ्तारी अभियान के दौरान दो सप्ताह के भीतर तीसरी गिरफ्तारी को अंजाम दिया है। पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने बिलासागु़ड़ी में पत्रकारों को बताया कि जीएन गोल्ड कम्पनी के खिलाफ प्रदेश में करीब 17 प्रकरणों में अपराध दर्ज है। कम्पनी ने भोली भाली जनता को रकम दुगुना करने का झांसा देकर करोड़ों की ठगी को अंजाम दिया। अब तक पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ कोटा, बिल्हा, तखतपुर,तोरवा, रतनपुर और मस्तूरी में अपराध दर्ज है।
 
             बिलासागुड़ी में पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने खुलासा किया कि फरार जीएन गोल्ड कम्पनी के डायरेक्टर शैलेन्द्र बन गोस्वामी और उसकी पत्नी को मंजुला गोस्वामी को रायपुर से गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए दोनो आरोपी मरौद थाना कुरूद जिला धमतरी केे रहने वाले हैं।
 
पहचान बदलकर रायपुर में छिपा आरोपी
 
            पारूल माथुर ने बताया कि आरोपी.शैलेन्द्र बन गोस्वामी को धमतरी पुलिस ने एक अपराधिक मामले में गिरफ्तार किया था। जमानत के बाद आरोपी फरार हो गया। इस बीच मुखबीर से जानकारी मिलि कि आरोपी ने अपना नाम बदल लिया है। इस समय सालासार ग्रीन कालोनी सरोना रायपुर से छिपकर रहता है। 
 
आरोपियों के खिलाफ थाना में अपराध दर्ज
 
             इसी क्रम में चिंटफंड के नोडल अधिकारी रोहित कुमार झा की टीम को जानकारी मिली कि जीएन गोल्ड कम्पनी का डायरेक्टर शैलेन्द्र बन गोस्वामी पुलिस से बचने के लिए नाम  बदलकर शैलेन्द्र चन्दर गोस्वामी रख लिया है। आरोपी के बेटी जिन्की सिंगर है। जिन्की ट्वीटर इन्स्टाग्राम फेसबुक पर काफी सक्रिय है। पुलिस टीम जिन्की के इन्स्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक के जरिए शैलेन्द्र तक पहुंची।
 
पत्नी के साथ आरोपी गिरफ्तार
 
          पुलिस की संयुक्त टीम ने शैलेन्द्र बन गोस्वामी पिता केदार बन गोस्वामी निवासी मरौद जिला धमतरी के साथ मंजुला गोस्वामी को गिरफ्तार कर 16 दिसम्बर को बिलासपुर लाया गया।
 
 
आरोपी के कब्जे से बरामद मशरूका
 
                पुलिस कप्तान पारूल माथुर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के कब्जे से 18 तोला सोना कीमत करीब 6 लाख रूपए और 01 लाख 9 हजार रूपये नगद बरामद किया गया है। जीएन गोल्ड चिटफण्ड कम्पनी के आरोपियों ने जिले में लगभग 5 करोड़ की ठगी को अंजा्म दिया है।
 
           आरोपी के खिलाफ जिले में 06 आपराध दर्ज है। जबकि कम्पनी के खिलाफ 7 अपराध पंजीबद्ध हैं। आरोपी कम्पनी ने छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में लगभग 17 अपराध में करोड़ो की ठगी किया है। 
 
जिले में 7 और प्रदेश में 17 अपराध दर्ज
 
               पारूल माथुर ने पत्रकारों को बताया कि जीएन गोल्ड कम्पनी के खिलाफ बिलासपुर जिले के थाना कोटा तोरवा बिल्हा रतनपुर तखतपुर सरकंडा मस्तूरी बिल्हा में कुल 7 प्रकरण दर्ज है। जबकि कम्पनी के खिलाफ राज्य में अन्य जिलों धमतरी कोरबा सूरजपुर रायपुर दुर्ग बेमेतरा शामिल को मिलाकर कुल 17  अपराध पंजीबद्ध हैं। कम्पनी ने ग्राहकों से लगभग 5 करोड़ रूपयों की ठगी को अंजा्म दिया है। 
 
इस तरह दिया ठगी को अंजाम
 
              आरोपी शैलेन्द्र बन गोस्वामी के खिलाफ  जिले के बिल्हा, रतनपुर, तोरवा, मस्तुरी, कोटा और तखतपुर में कुल 6 अपराध दर्ज है।आरोपियों ने कम्पनी की स्कीम के तहत भोलभाले लोगों को रकम दोगुनी करने का लालच देकर रूपया जमा करवाया। रूपया जमा करने के बदले में बांड भी दिया। पैसा वापसी के समय कम्पनी के सारे कर्मचारी ताल लगाकर फरार हो गए।
 
सम्पत्ति कुर्क का निर्देश
 
      शासन के निर्देश पर जीएनगोल्ड कंपनी के  फरार आरोपी नरेन्द्र सिंह को हरियाणा से,दूसरे आरोपी खेमेन्द्र को महाराण्ट्र गोंदिया से और तीसरी गिरफ्तारी रायपुर में शैलेन्द्र बन गोस्वामी और  मुंजूला गोस्वामी के रूप में किया गया। शैलेंद्र बन गोस्वामी की सम्पत्ती को कुर्क करने के लिये धमतरी कलेक्टर के साथ पत्राचार किया गया है। 
 
सराहनीय प्रयास
 
          शैलेन्द्र और उसकी पत्नी की गिरफ्तारी में सायबर सेल -उप निरी.मनोज नायक, उप निरी सागर पाटक, थाना बिल्हा उप निरीक्षक पारस पटेल, थाना कोटा- उपनिरीक्षक दिनेश चन्द्रा, उप. निरीक्षक श्याम गढ़ेवाल, सहायक उप निरीक्षक  बंजारे, महिला आरक्षक योगिता कैवर्त, आरक्षक शैलेन्द्र दिन्कर, सायबर सेल- आरक्षक दीपक की सहायनीय सहयोग रहा है।
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