बिलासपुर—प्रदेश के खाद्य मंत्री ने कहा आज नहीं तो कल बनेंगे डिप्टी सीएम..अभी बहुत मौका मिलेगा…। भाजपा ख्याली पुलाव पका रही…हम फिर से भारी बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। यह बातें बिलासपुर प्रवास के दौरान अमरजीत भगत नें कही। भगत ने बताया कि हमने स्थानांतरण…कर्मचारियों का सुना था कि स्थानांतरण होता है। लेकिन हमारे देश में राज्यपाल का भी स्थानांतरण होने लगा है। आरक्षण बिल पर बिना दस्तखत लगाए राज्यपाल मणिपुर चली गयी हैं। भगत ने बताया कि मणिपुर जल रहा है..और प्रधानमंत्री देश विदेश घूम रहे हैं। प्रधानमंत्री को बताना जरूरी है कि देश की फिंजा स्लोगन और शायरी से नहीं बदलती है। इसके लिए काम करना होता है। नारेबाजी से काम नहीं चलता है।
सबका साथ सबका विकास…चोरी नहीं
खाद्य मंत्री सवाल जवाब के दौरान बताया कि मुख्यमंत्री बहुत दूरदर्शी हैं। मंत्रीमंडल में फेरबदल का कदम सोच समझ कर उठाया है। सबका साथ और सबका विकास होना चाहिए। यह तो भाजपा का स्लोगन है…के सवाल पर कहा कि…जो कमजोर होते हैं..वही लोग डरते और चोरी की बात कहते हैं। कांग्रेस सरकार स्लोगन पर नहीं..काम पर विश्वास करती है।
पता लगाएंगे और कार्रवाई भी करेंगे
महीनों पहले स्थानांतरण आदेश जारी हुआ।लेकिन आपके विभाग के लोग अभी भी कुण्डली मारकर बैठे हैं। अमरजीत ने कहा..इसके कई कारण हो सकते हैं। पता लगाएंगे कि आखिर कर्मचारी क्यों नहीं गया। जिस कर्मचारी को रोका गया है उस पर फर्जी राशन कार्ड बनाने का आरोप सही साबित हुआ है के सवाल पर खाद्य मंत्री ने बताया कि नाम बताएं हम तत्काल कार्रवाई करेंगे। कौन है कर्मचारी..जरूर पता लगाकर कारण पूछेंगे।
मिलर्स पर होगी कार्रवाई
मुंगेली के पथरिया और बिलासपुर के बिल्हा में छापामार कार्रवाई के दौरान भारी अनियमितता पायी गयी। मुंगेली खाद्य विभाग ने कानूनी कार्रवाई को अंजाम दिया। लेकिन बिलासपुर में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक कि विभाग के ही अधिकारियों को कार्रवाई के बारे में पता नहीं चला। क्या कांग्रेसी नेता होने के कारण मिलर्स को बचाया जा रहा है। भगत ने कहा कि ना काहू से दोस्ती ना काहू से बैर…नाम बताएं हम अभी पता लगाते हैं कि आखिर क्या कारण है कार्रवाई नहीं होने का।
ख्याली पुलाव पकाने से कौन रोक रहा
भाजपा का दावा है कि आदिवासी बेल्ट में भाजपा को भारी समर्थन है। हम इस बार सरकार बनाएंगे। भगत ने सवाल के जवाब में बताया कि ख्याली पुलाव बनाने से भाजपा को कौन रोक रहा है। उनके सारे हथकण्डे बेकाम साबित हुए हैं। हम एक बार फिर पहले से कही सीटों के साथ सरकार बनाएंगे।
यहां तो राज्यपाल का होता है ट्रांसफर
भगत ने कहा कि भाजपा नेताओं का सोशल केमेस्ट्री फेल हो चुकी है। हमने न्यायसंगत तरीके से आरक्षण बिल लाया। राज्यपाल ने दस्तखत नहीं किया। बल्कि हम तो सुना करते हैं कि सिर्फ कर्मचारियों का स्थानांतरण होता है..यहां तो राज्यपाल का स्थानांतरण हो गया। आज भी आरक्षण बिल पर राज्यपाल ने दस्तखत नहीं किया है।
मणिपुर जल रहा..प्रधानमंत्री शायरी और घूमने में मस्त
मणिपुर घटनाक्रम पर भगत ने कहा कि लोग परेशान हैं। घर से बाहर रहने को मजबूर है। लेकिन प्रधानमंत्री को घूमने से फुरसत नहीं है। प्रधानमंत्री को बताना चाहता हूं कि शायरी और स्लोगन से मणिपुर की फिंजा नहीं बदलेगी। इसके लिए प्रधानमंत्री और केन्द्र सरकार को काम करना होगा। भाषणवाजी और राजनीति से पीड़ितो को न्याय नहीं मिलने वाला है। प्रधानमंत्री को बताना होगा कि वह अपनी जवाबदारी से क्यों भाग रहे हैं।
मंत्री फेरबदल का किया बचाव
तीन महीने चुनाव को हैं..फिर मंत्रीमंडल में फेरबदल की जरूरत क्या थी। सवाल पर भगत ने कहा कि सबका साथ सबका विकास ही हमारा मंत्र है। हाईकमान के आदेश पर मंत्रीमंडल में फेरबदल के साथ सबको जिम्मेदारी दी गयी है। रही बात संगठन में टकराव की तो…संगठन में पहले भी अंसतोष नहीं था अब भी नहीं है। मोहन मरकाम इस समय मंत्री हैं। संगठन का काम कुछ क्रिकेट की तरह होता है जैसे कौन फास्ट बालर,कौन स्पीनर, कौन विकेटकीपर और कौन बाउन्ड्री पर होगा…हाईकमान को ध्यान में रखना होता है।
उपमुख्यमंत्री पद पर बोले..अभी नहीं तो आगे सही..आशावादी हूं
फेरबदल में अमरजीत भगत को उपमुख्यमंत्री होना चाहिए था…जवाब में भगत ने बताया कि आशावादी होना चाहिए। अभी नहीं तो आगे सही…मौका आएगा।
पूर्व श्रममंत्री राजवाड़े से मुलाकात
प्रेसवार्ता के दौरान पूर्व मंत्री और भाजपा नेता भैयालाल राजवाड़े भी नजर आए। अमरजीत भगत और भेयालाल के बीच गुपचपुर बातचीत करते देखा गया। यद्यपि इस दौरान भैयालाल राजवाड़े ने कहा कि पार्टी बदलने का सवाल ही नहीं है। यही बात खाद्यमंत्री ने भी कहा। भगत ने बताया कि हमारा मिलना होता है। हमारे बीच सुखदूख की बात होती है। पार्टी बदलने की नहीं….। बहरहाल चर्चा जोरो पर है कि भैजालाल की खाद्य मंत्री से कुछ बातों को लेकर गंभीर चर्चा हुई है। यह तो आगे ही पता चलेगा कि आखिर चर्चा क्या हुई। इस दौरान मस्तूुरी के पूर्व कांग्रेस विधायक दिलीप लहरिया भी मौजूद थे।