Rajasthan में गहलोत-पायलट के बीच सुलह, फॉर्मूले पर सस्पेंस बरकरार

Shri Mi
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विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में कांग्रेस का संकट खत्म हो गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ हुई बैठक में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच सुलह हो गई है. बैठक के बाद सीएम गहलोत और सचिन पायलट मीडिया के सामने आए, हालांकि दोनों ही नेता मीडिया से मुखातिब नहीं हुए.

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वहीं अभी कांग्रेस आलाकमान की तरफ से ये भी साफ नहीं किया गया है कि इस सुलह का क्या फार्मूला है. क्या दोनों नेताओं के बीच सहमति बनी है या फिर किसी तरह का आश्वासन दिया गया है.

‘आलाकमान करेगा फैसला’

मल्लिकार्जुन खरगे के घर चली बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों नेताओं के साथ 4 घंटे बैठक चली.

इसमें ये तय हुआ है कि राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी के खिलाल जीतेंगे. उन्होंने कहा कि दोनों ही नेताओं पर कांग्रेस आलाकमान फैसला लेगा.

बता दें कि राजस्थान में 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तकरार चली आ रही थी. वहीं साल 2020 में सचिन पायलट की बगावत के बाद से अशोक गहलोत ने पायलट पर हमला तेज कर दिया. वहीं पायलट पिछले साल 25 सितंबर वाली घटना के बाद से ही सीएम गहलोत को निशाने पर ले रहे थे.

15 दिन का दिया था समय
वहीं इसी महीने सचिन पायलट ने वसुंधरा राजे के शासनकाल में हुए कथित घोटाले पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर एक दिन का अनशन किया. इसके बाद उन्होंने अजमेर से लेकर जयपुर तक की पांच दिवसीय पदयात्रा भी निकाली.

यही नहीं पायलट ने अपनी मांगें मनवाने के लिए कांग्रेस आलाकमान को 15 दिन का समय दिया था, उन्होंने कहा था कि अगर 15 दिन में उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे. वहीं अब दिल्ली में राहुल गांधी की मौजूदगी में 4 घंटे चली बैठक के बाद ये गहलोत-पायलट के बीच सुलह हो गई है.

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पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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